Process of Growing Lotus at Home: कमल भारत का राष्ट्रीय पुष्प है. यह ज्यादातर किसी तालाब, सरोवर जैसे जल निकायों में ही होता है. इसमें बहुत सारे औषधीय गुण भी होते हैं और साथ ही इसका धार्मिक महत्व भी है. आपने यह तो सुना ही होगा कि कमल का फूल कीचड़ में खिलता है. ऐसे में अगर कोई इसे घर में उगाना चाहे तो क्या उगा सकता है? क्या इसके लिए घर में कीचड़ करना होगा या फिर कोई और तरीका है. आइए जानते हैं इन सवालों के जवाब...


ये है सवाल का जवाब


क्या कमल का फूल घर पर उगा सकते हैं? इस सवाल का जवाब 'हां' है. आप सिंपल स्टेप्स को फॉलो करके कमल का फूल घर पर ही उड़ा सकते हैं. पहला तरीका तो ये है की आप बाजार से कमल का पौधा लाकर उसे टैंक में लगा दें. दूसरा तरीका है कि आप बीज से पौधा बनाकर लगाएं. नीचे बताया गया तरीका घर पर कमल का फूल उगाने में मदद कर सकता है घर पर कमल का फूल उगाने के लिए आपको निम्नलिखित सामग्री की जरूरत होगी -



  • कमल के बीज (Lotus Seeds)

  • एक कांच का ग्लास

  • दो गमले (एक नॉर्मल साइज और एक टब साइज)

  • चिकनी काली मिट्टी

  • वर्मीकंपोस्ट या गोबर की खाद

  • पानी का टैंक


कमल के बीज से बनायें पौधा


टैंक में बीज लगाकर पौधा बनाने की प्रोसेस थोड़ी लंबी है, ज्यादातर लोग यही तरीका अपनाते हैं. किसी प्रमाणित नर्सरी से या ऑनलाइन कमल का बीज खरीदें. बीज की ऊपरी परत को हल्का सा चटकाकर 24 घंटे के लिये पानी के गिलास में रख दें, जिससे बीज का अंकुरण हो सके. 15 दिन तक हर 24 घंटे बाद गिलास का पानी बदलते रहिए. 15 दिन बाद जब बीजों से जड़ निकलने लगें तो इन्हे तैयार गमले में लगा देना चाहिये.


इस तरह तैयार करें गमला


मीडियम साइज के गमले में सबसे नीचे 2 इंच मोटी गोबर की खाद या वर्मी कंपोस्ट की परत बिछायें. उसके ऊपर 4 से 6 इंच मोटी काली मिट्टी या चिकनी मिट्टी की एक परत बनाएं. इस तैयार गमले में हल्का पानी लगाकर अंकुरित बीजों को मिट्टी के अंदर 1से 1.5 इंच गहराई में बो दें. बुवाई के बाद ऊपर से मिट्टी बुरक दें और गमले में हल्का पानी भी लगायें.


गमले को टब में रखें


एक बड़े साइज का टब लेकर इसके अंदर गमले को रख दें. इसके बाद टब को ऊपर तक पानी से भर दें, जिससे कमल का गमला पूरा पानी में डूब जाये. टब के पानी को हर 15 दिन में बदलना होता है, ताकि कीट-पतंग या काई जमने से रोका जा सके. पौधे की बेहतर देखभाल और बुवाई के सही मार्गदर्शन के लिए आप किसी बोटानिस्ट से सलाह ले सकते हैं.


यह भी पढ़ें - ट्रेन टिकट थर्ड एसी से अपडेट होकर सेकेंड AC हो जाए तो एक्स्ट्रा पैसे देने पड़ेंगे? ऑटो अपडेट का ये नियम जरूर जान लीजिए