घोड़ों नहीं, गधों की वजह से मॉडर्न हुए इंसान, यकीन नहीं तो खुद पलट लीजिए इतिहास के ये पन्ने
गधों को हमारे समाज में हमेशा से हीन भावना से देखा जाता रहा है, लेकिन क्या आप जानते हैं कि इंसानों के मॉडर्न होने की वजह गधे ही रहे हैं.
गधों का नाम आमतौर पर पाकिस्तान और कुछ अन्य देशों में गलत तरीके से और मजाक उड़ाने के उद्देश्य से लिया जाता है. वहीं ये जानवर बोझ उठाने, जिद्दीपन और कठिन रास्तों पर चलने के लिए जाना जाता है, लेकिन हाल ही में पुरात्तविदों को ऐसा सुराग मिला है, जिसमें ये पाया गया है कि इंसान के मॉडर्न होने की वजह गधे ही थे.
कैसे गधों से इंसान हुए मॉडर्न?
फ्रांस की राजधानी पेरिस से 280 किलोमीटर पूर्व में एक गांव में पुरातत्वविदों को एक ऐसा सुराग मिला है जो गधों के बारे में हमारी सोच को बदल सकता है.
बोनेविले-एन-विवोइर गांव में रोमन युग के एक घर में, पुरातत्वविदों ने कई गधों के अवशेष खोजे हैं जो आज के गधों से बहुत बड़े थे. फ्रांस के टूलूज़ में पोरपी स्कूल ऑफ मेडिसिन में मानव विज्ञान और जीनोमिक अध्ययन केंद्र के निदेशक लुडोविक ऑरलैंडो कहते हैं, ये बहुत विशाल आकार के गधे हुआ करते थे. एक नस्ल आनुवंशिक रूप से अफ़्रीकी गधों से संबंधित है और कुछ मामलों में घोड़ों से भी बड़ी है. रिसर्च में खुलासा हुआ है कि गधे पहले जंगली हुआ करते थे, जिन्हें किसानों ने पालतू बनाया और फिर धीरे-धीरे इस जानवर को पालतू बना लिया गया.
कैसे गधों ने किया लोगों के जीवन में बदलाव?
गधों को पालतू बनाने के बाद सामान ढोने के लिए भी उपयोग किया गया. जिसके बाद उन्होंने इस तरह इंसान के जीवन में परिवर्तन लाना शुरू कर दिया. शोधकर्ताओं के मुताबिक, घोड़ों को 4,200 साल पहले इंसानों ने पालतू बनाया था, लेकिन गधों का उपयोग उससे भी ज्यादा था. हालांकि विकसित देशों में गधों का उपयोग ज्यादा नहीं होता, लेकिन विकासशील देश अब भी परिवहन और यात्रा के लिए गधों का इस्तेमाल करते हैं. गधों की मदद से लोगों ने कमाना शुरू किया जिससे उनकी जीवनशैली में बदलाव आया और वो मॉडर्न बनते गए.
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