अपने दुश्मन का खून पीने वाला तानाशाह! इतिहास में इससे क्रूर कोई नहीं
ईदी अमीन का जन्म 1925 में हुआ था, लेकिन वह किस महीने में और किस तारीख को पैदा हुआ था, इसके बारे में कोई जानकारी नहीं मिलती. ईदी अमीन एक हैवी वेट बॉक्सिंग चैंपियन था.
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आपने अपनी जिंदगी में एक से बढ़ कर एक तानाशाहों के बारे में पढ़ा होगा सुना होगा, लेकिन हम आज आपको जिसके बारे में बताने वाले हैं, वो दुनिया का सबसे क्रूर तानाशाह कहा जाता है. उसके बारे में लोग कहते हैं कि वो अपने दुश्मनों को मारने के बाद उनका खून पी लेता था. उस पर यहां तक आरोप लगे कि वो इंसानों का मांस खाता था, ताकि वो अपने आपको सबकी नजरों में और खुंखार दिखा सके.
कौन था ये ताना शाह?
हम जिस इंसान की बात कर रहे हैं, वो था अफ्रीकी देश युगांडा का तानाशाह ईदी अमीन. आपको बता दें, ईदी अमीन का जन्म 1925 में हुआ था, लेकिन वह किस महीने में और किस तारीख को पैदा हुआ था, इसके बारे में कोई जानकारी नहीं मिलती. इसकी जिंदगी के बारे में बताया जाता है कि पहले ईदी अमीन एक हैवी वेट बॉक्सिंग चैंपियन था, हालांकि, बाद में साल 1971 में उसने मिल्टन ओबोटे को सत्ता से हटा दिया और खुद सत्ता पर काबिज हो गया. इसके बाद उसने 8 वर्षों तक युगांडा पर शासन किया और इस दौरान उसने हजारों लोगों को मौत के घाट उतार दिया था. वहीं कुछ मानवाधिकार समूह अपनी रिपोर्ट में दावा करते हैं कि उसने अपने इन 8 वर्षों के साशनकाल में लगभग 5 लाख लोगों को मौत के घाट उतरवा दिया था.
भारतीय लोगों को देश छोड़ कर भागना पड़ा था
आपको बता दें, जब ईदी अमीन युगांडा पर तानाशाही कर रहा था तो एक दिन अचानक उसने फरमान सुना दिया कि वर्षों से युगांडा में रह रहे भारतीय मूल के करीब 80 हजार लोग देश छोड़ कर चले जाएं. सिर्फ इतना ही नहीं, उसने हर परिवार को, सिर्फ दो सूटकेस और 50 पाउंड ले जाने की इजाजत दी थी. इस एक फैसले ने भारतीयों में अफरातफरी मचा दी और लोग अपना सब कुछ यहीं छोड़ कर इस देश से भाग गए.
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