अंतरिक्ष से अगर कोई पत्थर पृथ्वी पर आए तो धरती पर क्या हाल होगा... क्या नहीं बच पाएंगे इंसान?
आपने अपने ग्रह पृथ्वी (Earth) के बारे में यह भी कभी सोचा होगा कि अगर अंतरिक्ष से पृथ्वी पर आकर कोई बड़ा सा पत्थर या ग्रह गिर जाए तो क्या होगा.आइए इन सभी सवालों के जवाब जानते हैं.
Space: अंतरिक्ष में अक्सर कई तरह की घटनाएं घटती रहती है. कई उल्का पिंड इधर-उधर होते रहते हैं और कई बार ये पृथ्वी की तरफ भी आ जाते हैं. ब्रह्मांड को लेकर कई तरह के फैक्ट्स हैं और अभी भी लोगों के मन में कई तरह के सवाल हैं. अक्सर लोगों के मन में सवाल आता है कि अगर अंतरिक्ष से कोई भारी-भरकम पत्थर पर गिर जाए तो क्या होगा और अगर ऐसा होता है तो उस जगह का क्या होता है.
आज हम आपको ये बताने वाले हैं कि अगर पृथ्वी पर अंतरिक्ष से कोई बड़ा सा पत्थर गिर जाए तो क्या होगा. क्या पूरी पृथ्वी तहस-नहस हो जाएगी? क्या पृथ्वी से इंसान का अस्तित्व खत्म हो जाएगा? क्या पेड़ पौधे और जानवर भी नहीं बचेंगे? आइए इन सभी सवालों के जवाब जानते हैं.
पृथ्वी पर गिर जाए एस्टेरॉइड तो क्या होगा?
वैसे तो पृथ्वी से रोज कई पत्थर अंतरिक्ष से आकर टकरा जाते हैं, लेकिन पृथ्वी की सतह में ही नष्ट हो जाते हैं जो हम तक नहीं पहुंच पाते लेकिन कभी ना कभी अगर आपने सोचा होगा कि यह पत्थर अगर पृथ्वी तक पहुंच जाए तो क्या होगा. दरअसल, यह पृथ्वी पर पड़ने वाले पत्थर या एस्टेरॉइड की साइज पर निर्भर करता है कि आखिर उसका क्या असर होगा. अगर इसकी साइज काफी ज्यादा है तो उस क्षेत्र में बड़ा सा गड्ढा हो जाएगा.
इसके साथ ही इसके प्रभावी क्षेत्र में जन-जीवन पर काफी दिक्कत हो सकती है. वहीं, अगर कोई प्रभावी रेडियोएक्टिव भारत के संपर्क में आता है तो काफी तबाही मचा सकता है. इसके अलावा कुछ अटैक तो ऐसे भी हो सकते हैं, जिससे काफी क्षेत्र प्रभावी हो सकता है और इसका प्रभाव ये होगा कि काफी धुआं या धूल उठेगी, जिससे सूरज की रोशनी भी नहीं आ पाएगी. इससे पेड़-पौधों को काफी नुकसान हो सकता है.
कुछ वक्त पहले भी गुजरा था एक पत्थर
हाल ही में एक एस्ट्रोरॉयड यानी अंतरिक्ष से आया पत्थर धरती की सतह से होकर गुजरा था. रिपोर्ट के अनुसार 2023 BU का पता 21 जनवरी को लगा था और वह साउथ अमेरिका के ऊपर से 27 जनवरी को रात के 12:30 बजे गुजरा था. यह पत्थर धरती से 3500 किलोमीटर की दूरी से होकर निकला था. आपको बता दें कि यह पत्थर दुनिया की टेलीकम्युनिकेशन सेटेलाइट से भी 10 गुना नजदीक से होकर गुजरा था इस पत्थर से पृथ्वी को नुकसान इसलिए नहीं हुआ क्योंकि यह कुल 11 फीट से 28 फीट तक ही लंबा चौड़ा था. इतने छोटे पत्थर पृथ्वी के वायुमंडल में प्रवेश करते ही जल जाते हैं.