बाहर का खाना कितना खतरनाक हो सकता है, इसका अंदाजा आपको इसी बात से लग जाएगा कि हैदराबाद में एक महिला की मौत मोमोज खाने से हो गई. मृतक महिला के अलावा 15 और लोग भी गंभीर रूप से बीमार हो गए, जिन्होंने उसी दुकान से मोमोज खरीद कर खाए थे.
मृतक महिला के साथ उनकी दो बेटियों ने भी मोमोज खाया था और वो भी गंभीर रूप से बीमार हैं. पुलिस ने इस मामले में केस दर्ज कर लिया है और मोमोज बेचने वाले को हिरासत में भी ले लिया है. खैर, अब सवाल उठता है कि आखिर मोमोज कैसे किसी की जान ले सकता है. चलिए आज इस खबर में हम आपको इसी के बारे में विस्तार से बताते हैं.
सेप्टिक शॉक बन सकता है मौत की वजह
अगर मोमोज बनाने के लिए साफ और अच्छे सामान का इस्तेमाल ना किया गया हो तो इससे फूड प्वाइजनिंग का खतरा बढ़ जाता है. इसके अलावा अगर मोमोज बनाने में दूषित पानी, सड़ा हुआ मांस या खराब सब्जियों का इस्तेमाल किया गया हो तो इससे खाने वाला सेप्टिक शॉक का शिकार हो सकता है. इस स्थिति में सलमोनेला या ई. कोलाई बैक्टीरिया शरीर में प्रवेश कर जाते हैं, जो जानलेवा हो सकता है.
गैस्ट्रोएंटेराइटिस हो सकता है
मोमोज को बनाने में अगर सही सामान का इस्तेमाल किया गया हो, लेकिन उसे सही तरीके से पकाया ना गया हो तो भी ये जानलेवा साबित हो सकता है. दरअसल, कच्चा या अधपका मांस, जो आमतौर पर मोमोज में भरने के रूप में उपयोग होता है, हेल्थ के लिए खतरनाक हो सकता है.
ऐसी स्थिति में अगर मोमोज ठीक से ना पका हो तो खाने वाला व्यक्ति गैस्ट्रोएंटेराइटिस का शिकार हो जाता है. इससे शरीर में इंफेक्शन फैल सकता है और मरीज उल्टी, दस्त और गंभीर दर्द से परेशान हो सकता है. सही समय पर इलाज ना मिलने पर मोमोज खाने वाले व्यक्ति की मौत भी हो सकती है. इसके अलावा मोमोज को बनाने में इस्तेमाल होने वाले मसाले अगर मिलावटी हुए तो उससे भी मोमोज खाने वाले व्यक्ति की जान जा सकती है. अगर जान ना भी जाए तो वह गंभीर रूप से बीमार हो सकता है.
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