अंतरिक्ष में कोई बीमार हो जाए तो कैसे होता है इलाज, क्या वहां कोई डॉक्टर भी होता है?
अंतरिक्ष में गए यात्रियों को कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ता है, ऐसे में सवाल ये उठता है कि यदि वो वहां बीमार हो जाएं तो उनका इलाज कौन करता है? चलिए इसका जवाब जानते हैं.
एस्ट्रोनॉट्स जब अंतरिक्ष में जाते हैं तो वो कई तरह की रिसर्च करके लाते हैं, लेकिन इसमें कई मुश्किलें भी होती हैं. जब लोग अंतरिक्ष में जाते हैं, तो उन्हें पृथ्वी से बहुत दूर और एक अलग वातावरण में रहना पड़ता है. इस दौरान उनकी सेहत पर कई तरह का असर हो सकता है. लेकिन सवाल यह उठता है कि अगर अंतरिक्ष में कोई बीमार हो जाए,तो इलाज कैसे किया जाता है? क्या वहां डॉक्टर होते हैं? चलिए इस आर्टिकल में हम इन सवालों के जवाब जानते हैं.
अंतरिक्ष में जाने पर सेहत पर क्या होता है असर?
अंतरिक्ष में वातावरण पृथ्वी से बिल्कुल अलग होता है. वहां की माइक्रोग्रैविटी (जिसे हम कम गुरुत्वाकर्षण कह सकते हैं) का असर शरीर पर पड़ता है. जब शरीर को गुरुत्वाकर्षण (gravity) का दबाव नहीं मिलता, तो मांसपेशियां और हड्डियां कमजोर हो जाती हैं. इसके अलावा, अंतरिक्ष में विकिरण का स्तर भी ज्यादा होता है, जिससे कैंसर जैसी बीमारियों का खतरा हो सकता है. इसके अलावा अंतरिक्ष में अंतरिक्ष में भोजन और पानी का सेवन पृथ्वी से थोड़ा अलग तरीके से किया जाता है, जिससे पाचन में समस्याएं हो सकती हैं. वहां पृथ्वी से बहुत दूर होने पर व्यक्ति को अकेलापन और मानसिक दबाव बढ़ सकता है. साथ ही अंतरिक्ष में तेज विकिरण का स्तर शरीर के लिए नुकसानदायक हो सकता है. अंतरिक्ष से लौटने वाले ज्यादातर यात्रियों में एनिमिया की शिकायत देखी जाती है.
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अंतरिक्ष में कैसे होता है बीमारियों का इलाज?
अंतरिक्ष में डॉक्टरों की मौजूदगी नहीं होती, लेकिन इलाज के लिए कई तरीके और चीजों मौजूद होती हैं. जैसे टेलीमैडिसिन. अंतरिक्ष में इलाज का सबसे बड़ा तरीका है टेलीमेडिसिन. इसमें पृथ्वी पर बैठे डॉक्टर अंतरिक्ष यात्री से वीडियो कॉल या दूसरे तरीकों से कनेक्ट करके इलाज करते हैं. इसके अलावा अंतरिक्ष यात्रियों के पास चिकित्सा उपकरण भी होते हैं, जिनसे छोटा-मोटा इलाज किया जा सकता है. जैसे इसमें बैंडेज, पेनकिलर, एंटीबायोटिक्स, सुइयां और कुछ सर्जिकल एक्यूपमेंट्स भी शामिल होते हैं. गंभीर स्थिति के लिए कुछ अंतरिक्ष यान में ऑक्सीजन सिलेंडर और वेंटिलेटर जैसे एक्यूपमेंट्स भी होते हैं. बता दें अंतरिक्ष में जाने से पहले अंतरिक्ष यात्रियों को प्रशिक्षण दिया जाता है ताकि वो वहां जाकर आसानी से वहां के वातावरण में घुलमिल सकें. साथ ही उनके साथ दवाएं और विटमिनन्स की गोलियां भी भेजी जाती हैं ताकि उन्हें उस स्थिति में ढलने में परेशानी न हो.
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अंतरिक्ष में होते हैं डॉक्टर?
अंतरिक्ष में डॉक्टरों की स्थायी उपस्थिति नहीं होती है, लेकिन कभी-कभी डॉक्टरों को अंतरिक्ष यात्री के रूप में भेजा जाता है. उदाहरण के लिए, नासा के कुछ मिशनों में डॉक्टर भी अंतरिक्ष यात्रा पर गए थे, ताकि अगर किसी को मेडिकल आपात स्थिति हो, तो वे तुरंत मदद कर सकें. हालांकि, यह बहुत कम होता है. ज्यादातर मामलों में डॉक्टरों के बिना ही अंतरिक्ष यात्री अपनी बीमारियों का इलाज करते हैं और जब जरूरत होती है तो वे टेलीमेडिसिन का सहारा लेते हैं.
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