चांद पर पत्थर मारने की कहावत तो आपने जरुर सुनी होगी. चांद एक ऐसा ग्रह हो जिसे लेकर लोग कई बातें जानना चाहते हैं. इस ग्रह को लेकर बच्चे से लेकर बड़ो तक में जिज्ञासा रहती है. ऐसे में सवाल ये उठता है कि क्या चांद पर पत्थर मारा जाए तो वो क्या सटीक निशाने पर लगेगा? चलिए जान लेते हैं.
कैसा है चांद का वातावरण
चांद का वातावरण पृथ्वी की तुलना में बेहद पतला है. यहां कोई वायुमंडल नहीं है, जिससे हवा की प्रतिरोधकता नहीं होती. इसका मतलब है कि जब आप चांद पर पत्थर फेंकेंगे, तो वो ज्यादा दूर तक जाएगा, क्योंकि उसे रोकने के लिए कोई हवा नहीं होगी.
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गुरुत्वाकर्षण का प्रभाव
चांद पर गुरुत्वाकर्षण पृथ्वी के गुरुत्वाकर्षण का लगभग एक छठा है। इसका अर्थ है कि चांद पर वस्तुओं को उठाना और फेंकना पृथ्वी की तुलना में आसान होता है। जब आप चांद पर पत्थर फेंकते हैं, तो उसका वेग और दिशा अधिक महत्वपूर्ण हो जाते हैं। यदि आप पत्थर को एक सटीक दिशा में फेंकते हैं, तो यह अपेक्षाकृत दूर तक जाएगा और बहुत अधिक समय तक हवा में रहेगा।
कैसे चांद पर सटीक पत्थर लग सकता है?
यदि आप पत्थर को पर्याप्त ताकत से फेंकते हैं, तो यह ज्यादा दूरी तय करेगा. सटीकता तब बढ़ती है जब आप सही दिशा में ताकत लगाते हैं. चांद की सतह में अलग-अलग तरह के खंडहर, क्रेटर और चट्टानें हैं। यदि आप पत्थर को एक असमान सतह पर फेंकते हैं, तो यह किसी खड्ड या चट्टान पर गिर सकता है, जिससे सटीकता प्रभावित होगी.
वहीं चांद पर मौजूद कोई भी मौसम संबंधी कारक, जैसे कि भूगर्भीय गतिविधियां भी आपके लक्ष्य पर प्रभाव डाल सकती हैं. हालांकि, चांद पर वायुमंडलीय प्रभावों के कारण यह अपेक्षाकृत कम होता है.
नासा ने किया अध्ययन
यदि चांद पर पत्थर फेंकने की प्रक्रिया को तकनीकी दृष्टिकोण से देखा जाए तो NASA के अंतरिक्ष कार्यक्रमों में इस प्रकार की गतिविधियों का अध्ययन किया गया है. चांद पर अवतरण और रोबोटिक मिशनों के दौरान, वैज्ञानिकों ने कई बार अलग-अलग उपकरणों और वस्तुओं को चांद पर फेंका है. ये परीक्षण ये दर्शाते हैं कि पत्थर या दूसरी वस्तुओं को सटीकता से फेंकने में सही तरीके से मापने और दिशा की जरुरत होती है.
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