दुनियाभर में इंसानों की आबादी लगातार बढ़ती जा रही है. बता दें कि पिछले साल 15 नवंबर को धरती पर हम होमो सेपियंस की आबादी 800 करोड़ पार हो गई है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि 2100 साल आने तक दुनिया की आबादी लगभग घटकर आधी हो जाएगी. आज हम आपको इसके पीछे की वजह बताएंगे.
दुनिया की आबादी 800 करोड़ पार
धरती पर इंसानों की आबादी लगातार बढ़ती जा रही है. रिपोर्ट्स के मुताबिक 2037 तक दुनियाभर में इंसानों की आबादी 900 पार पहुंच जाएगी. लेकिन आप ये जानकर हैरान होंगे कि जो आबादी अभी लगातार बढ़ रही है, वो 2100 साल पहुंचने पर तेजी से घटी हुई दिखेगी. कई रिपोर्ट्स में खुलासा हुआ है कि 2100 साल पहुंचने पर धरती पर इंसानों की संख्या में तेजी से गिरावट दिखेगी.
2058 में 1000 करोड़ पार होगी इंसानों की आबादी
बीते कुछ दशकों में धरती पर इंसानों की आबादी में बढ़ा उछाल देखने को मिला है. UN DESA की वर्ल्ड पॉपुलेशन प्रॉसपेक्ट्स 2022 की रिपोर्ट के मुताबिक 2037 तक दुनियाभर की आबादी 900 करोड़ पार होगी. वहीं 2058 तक धरती पर इंसानों की संख्या 1000 करोड़ पार कर जाएगी. आसान भाषा में कहा जाए तो बीते साल 2024 में धरती पर कुल इंसानों की संख्या 800 करोड़ पहुंची है, लेकिन 39 साल में धरती पर इंसानों की संख्या 1000 करोड़ पार कर जाएगी.
साल 2100 में बचेंगे सिर्फ इतने लोग
रिपोर्ट्स के मुताबिक अगले 75 सालों में भारत और चीन जैसे अधिक जनसंख्या वाले देशों में इंसानों की आबादी का ग्राफ तेजी से घटेगा. लैसेंट की रिपोर्ट के मुताबिक चीन,भारत,पाकिस्तान,नाइजीरिया, अमेरिका,इंडोनेशिया, इथियोपिया और डेमोक्रेटिक रिपब्लिक ऑफ कांगों जैसे देशों की आबादी में आगामी 75 सालों में जनसंख्या में भारी गिरावट आने का दावा किया गया है. रिपोर्ट्स के मुताबिक 2100 साल तक दुनियाभर में जनसंख्या काफी कम होगी.
भारत की आबादी भी होगी कम
लैंसेट के रिपोर्ट के मुताबिक भारत की कुल आबादी 144 करोड़ से ज्यादा हो गई है। 2050 तक भारत की आबादी 150 करोड़ पार कर जाएगी, लेकिन उसके बाद भारत की आबादी का ग्राफ काफी तेजी से नीचे गिरेने का अनुमान है. रिपोर्ट में दावा किया गया है कि 2100 साल भारत की आबादी घटकर 109 करोड़ रह जाएगी. वहीं रिपोर्ट में ये भी कहा गया है कि भारत में साल 2048 में सबसे अधिक आबादी होगी, उस समय अनुमानित जनसंख्या 160 करोड़ होगी.
2100 में इन देशों में होंगे सिर्फ इतने लोग
रिपोर्ट के मुताबिक 2100 में चीन की जनसंख्या 73 करोड़, अमेरिका की 33.5 करोड़, इंडोनेशिया में 22.8 करोड़, पाकिस्तान में 24.8 करोड़, ब्राजील में 21.1 करोड़ और बांग्लादेश की आबादी 8.1 करोड़ होगी. यानी 2100 साल आने तक दुनियाभर की आबादी का ग्राफ काफी नीचे गिरता हुआ दिखेगा.
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