Crocodile Tear Syndrome: कोई भी चोट लगने पर या फिर किसी भी तरह का दर्द होने पर आमतौर पर इंसान की आंखों से आंसू बहने लगते हैं. हालांकि, रोने के अलावा कभी-कभी खुशी में भी आंखों से आंखों से आंसू निकल आते हैं, लेकिन क्या कभी आपने सुना है कि कोई व्यक्ति खाना खाते-खाते ही रोने लगता है? शायद नहीं सुना होगा. हालांकि, खाना ज्यादा गर्म या तीखा होने पर आंखों से आंसू आ जाना आम बात है, लेकिन यहां हम जिस बारे में बात कर रहे हैं उसमें वजह न मिर्ची है और न ही खाने का गर्म होना. दरअसल, यह एक तरह की बीमारी है, जिसे 'क्रोकोडाइल टियर सिंड्रोम' कहते हैं.
गस्टो लैक्रिमेशन नाम से जानी जाती है ये बीमारी
किसी व्यक्ति की आंखों से खाना खाते समय आंसू आना 'क्रोकोडाइल टियर सिंड्रोम' (Crocodile Tears Syndrome) बीमारी के कारण होता है. इस सिंड्रोम से पीड़ित व्यक्ति के रोने का खाने के स्वाद या प्यास से कोई लेना देना नहीं होता है और ना ही तीखा खाने की वजह से ऐसा होता है. असल में इसके पीछे की वजह 'लैक्रिमल ग्लैंड' है. जब इस ग्लैंड पर बुरा प्रभाव पड़ने की स्थिति में यह सिंड्रोम खुद-ब-खुद पैदा हो जाता है और पीड़ित व्यक्ति का खाना खाते समय खुद पर कंट्रोल नहीं रहता है. यह सिंड्रोम गस्टो लैक्रिमेशन (Gusto-lacrimation) नाम से भी जाना जाता है.
नहीं है कोई सटीक इलाज
ऑडिटी सेंट्रल की एक रिपोर्ट के अनुसार, इस बीमारी से चीन में Zhang नाम का एक शख्स पीड़ित है. वह जब भी खाने का निवाला अपने मुंह में रखता है, उसकी आंखों से आंसू बहने लगते हैं. रिपोर्ट के मुताबिक, Zhang क्रोकोडाइल टियर सिंड्रोम से पहले 'फेशियल पैरैलिसिस' से पीड़ित थे. इस गंभीर बीमारी से उभरने के दौरान उन्हें एक और बीमारी ने जकड़ लिया. रिपोर्ट के मुताबिक, दुनियाभर से करीब 95 लोग इस बीमारी से ग्रसित हैं. चिंता की बात यह है कि डॉक्टरों के पास अभी इस बीमारी का कोई सटीक इलाज नहीं है.
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