पुरानी फिल्मों में सफेद रुमाल सूंघाते ही इंसान बेहोश हो जाता था, उसमें क्या होता था और क्या ऐसा पॉसिबल है?
फिल्मों और सीरियल में आपने देखा होगा कि रुमाल सूंघाने पर इंसान बेहोश हो जाता है. क्या आप जानते हैं कि आखिर बेहोश करने के लिए किस केमिकल का इस्तेमाल किया जाता है?आखिर कितने देर में इंसान बेहोश होता है.
![पुरानी फिल्मों में सफेद रुमाल सूंघाते ही इंसान बेहोश हो जाता था, उसमें क्या होता था और क्या ऐसा पॉसिबल है? In old movies, a person would become unconscious as soon as he smelled a white handkerchief know which chemical was used to render him unconscious पुरानी फिल्मों में सफेद रुमाल सूंघाते ही इंसान बेहोश हो जाता था, उसमें क्या होता था और क्या ऐसा पॉसिबल है?](https://feeds.abplive.com/onecms/images/uploaded-images/2024/05/29/e8cae231c7757d9e93c53dbccb4aefe21716993030656906_original.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=1200&height=675)
आप सभी लोगों ने फिल्मों और खबरों में देखा होगा कि रुमाल सूंघाते ही इंसान बेहोश हो जाता है. क्या आप जानते हैं कि आखिर रुमाल में ऐसा क्या होता है, जिसको सूंघाने पर इंसान बेहोश हो जाता है. आज हम आपको बताएंगे कि आखिर रुमाल सूंघाने पर इंसान कैसे बेहोश होता है. जानिए रुमाल में कौन सा केमिकल डाला जाता है.
रुमाल सूंघाना
रुमाल सूंघाकर बेहोश करने के लिए अपराधी उसमें एक केमिकल का इस्तेमाल करते हैं. इस केमिकल का नाम क्लोरोफॉर्म होता है. क्लोरोफॉर्म केमिकल को रुमाल पर डालकर किसी को सूंघाने पर इंसान तुंरत बहोश हो जाता है. फिल्मों में आपने देखा होगा कि अपराधी क्लोरोफॉर्म सूंघाकर इंसान को बेहोश करता था, जिसके बाद उसके साथ लूटपाट करता था.
क्लोरोफॉर्म सूंघाकर लूट
बता दें कि आपने टीवी, अखबार की खबरों में सुना होगा कि अपराधी क्लोराफॉर्म सूंघाकर लूट करता है. इसके अलावा कई बार अपराधी क्लोराफॉर्म सूंघाकर कई बड़ी घटनाओं को भी अंजाम देते हैं. दरअसल क्लोरोफॉर्म एक ऐसा केमिकल है, जिसको सूंघाने के बाद सामने वाला व्यक्ति तुरंत बेहोश हो जाता है. हालांकि थोड़े देर के बाद व्यक्ति को होश आ जाता है. लेकिन अगर किसी व्यक्ति को अधिक मात्रा में क्लोरोफॉर्म सूंघाया जाएगा, तो उसकी मौत भी हो सकती है.
फिल्मों में क्लोरोफॉर्म
एक्सपर्ट के मुताबिक फिल्मों में दिखाया जाता है कि क्लोरोफॉर्म सूंघाने के तुरंत बाद इंसान बेहोश हो जाता है. लेकिन असल जीवन में ऐसा नहीं होता है. दरअसल क्लोरोफॉर्म सूंघाने के बाद इंसान को बेहोश में होने में कुछ मिनट लगते हैं. कई केस में तो इंसान को क्लोरोफॉर्म सूंघाने के 10 मिनट बाद भी बेहोश नहीं होता है. एक्सपर्ट के मुताबिक क्लोरोफॉर्म केमिकल 1 मिनट से 10 मिनट के अंदर अपना असर दिखाना शुरू कर देता है. लेकिन क्लोरोफॉर्म का इस्तेमाल काफी सावधानी के साथ करना पड़ता है. क्योंकि अगर किसी व्यक्ति को अधिक मात्रा में क्लोरोफॉर्म सूंघाया जाएगा तो उसकी मृत्यु भी हो सकती है.
क्लोरोफ़ॉर्म केमिकल
क्लोरोफ़ॉर्म केमिकल को अंग्रेज़ी में Chloroform या ट्राईक्लोरो मिथेन (Trichloro methane) कहते हैं. एक कार्बनिक यौगिक है, जिसका रासयनिक सूत्र CHCl3 है. बता दें कि यह एक रंगहीन और सुगंधित तरल पदार्थ होता है, जिसे चिकित्सा क्षेत्र में किसी रोगी को ऑपरेशन के दौरान बेहोश करने के लिए किया जाता है. हालांकि आज के समय चिकित्सा क्षेत्र में क्लोरोफॉर्म के अलावा भी कई केमिकल का इस्तेमाल किया जाता है.
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