Use of EVM Worldwide: भारत में इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (EVM) का इस्तेमाल देश में लोकसभा हो या फिर विधानसभा चुनाव या नगर निकाय चुनाव, हर बार किया जाता है. कई बार ईवीएम विपक्ष के सवालों के घेरे में भी रही है. ऐसे में कई लोगों के मन में ये सवाल भी उठता है कि हर देश में चुनाव ईवीएम से ही किया जाता है? क्या कोई देश ऐसा नहीं है जहां चुनाव में ईवीएम का इस्तेमाल न किया जाता हो? तो बता दें आप गलत सोच रहे हैं. दुनिया में ऐसे कई देश हैं जो चुनावों में ईवीएम से दूरी बनाए रखते हैं. तो सवाल ये उठता है कि आखिर फिर इन देशों में कैसे चुनाव किए जाते हैं? चलिए जान लेते हैं.
इन देशों में EVM से नहीं होते चुनाव
दुनिया में ऐसे कई देश हैं जहां ईवीएम के जरिये चुनाव नहीं होते, वहीं कुछ देश ऐसे भी हैं जहां एक ट्रायल के बाद ईवीएम को बैन कर दिया गया है. चलिए ऐसे देशों के नाम जानते हैं.
इन देशों में ईवीएम से नहीं होता चुनाव
ईवीएम से चुनाव नहीं कराने वाले देश जर्मनी, नीदरलैंड, पैराग्वे, फ्रांस हैं.
इन देशों में एक ट्रायल के बाद ईवीएम कर दी गई बैन
वहीं नॉर्वे, यूनाइटेड किंगडम (UK), ऑस्ट्रेलिया, इटली, आयरलैंड, कोस्टा रिका, फिलीपीन्स, ग्वाटेमाला ऐसे देश हैं जहां एक बार के बाद इस्तेमाल करने के बाद ईवीएम को बैन कर दिया गया है.
इन देशों में होता है ईवीएम का उपयोग
दुनिया में कई देश ऐसे हैं जो हर चुनाव में ईवीएम पर भरोसा करते हैं. उन देशों में दुनिया के दो बड़े लोकतांत्रिक देश शामिल हैं.
ईवीएम का इस्तेमाल करने वाले देशों में संयुक्त राज्य अमेरिका, भारत, ब्राजील, नामीबिया और भूटान जैसे देश शामिल हैं. इन देशों में लगभग हर चुनाव में ईवीएम पर भरोसा किया जाता है और उसी के जरिये चुनाव होते हैं.
भारत में कैसे होता है ईवीएम का इस्तेमाल?
इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीनें एक प्रकार की इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस है. इसका इस्तेमाल चुनावों में मतों को रिकॉर्ड करने और गिनने के लिए किया जाता है. इन मशीनों का मुख्य उद्देश्य मत प्रक्रिया को सरल, तेज और विश्वसनीय बनाना है. भारत में लोकसभा से लेकर विधानसभा में ईवीएम मशीन का इस्तेमाल किया जाता है.
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