इस देश में जिम करने वालों से गालियां दिलवाता है ट्रेनर, क्यों किया जाता है ऐसा?
कनाडा में कई जिमों में योगा और कसरत करने वाले लोगों को ट्रेनर जोर-जोर से चिल्लाने और गाली देने को कहता है. इतना ही नहीं गाली देने वाले इंसान को क्लास के बाद यहां पब में बीयर पीने का टिकट भी मिलता है.

गालियां देना सभ्य समाज की पहचान नहीं है. जो व्यक्ति गाली देता है, उसे हीन भावना से देखा जाता है. यहां तक कि उसके व्यवहार, आचरण और चरित्र को लेकर भी सवाल खड़े होने लगते हैं. आम तौर पर माना यह जाता है कि जो व्यक्ति गाली नहीं देता वह सभ्य समाज का हिस्सा है. हालांकि, अगर हम आपसे कहें कि एक ऐसा देश है जहां जिम में व्यायाम करने वाले लोगों को जोर-जोर से गाली देने को कहा जाता है तो यकीन करना मुश्किल होगा.
हालांकि, कनाडा में कई जिमों में योगा और कसरत करने वाले लोगों को ट्रेनर जोर-जोर से चिल्लाने और गाली देने को कहता है. इतना ही नहीं गाली देने वाले इंसान को क्लास के बाद यहां पब में बीयर पीने तक का टिकट भी मिलता है. आप सोच रहे होंगे कि क्या अजीब बात है, हालांकि यहां सच में ऐसा होता है.
कई जगह खुल गए जिम
कनाडा के कैलगरी में इस तरह के कई जिम और योगा क्लासेस खुले हैं, जहां व्यायाम के दौरान लोगों से भड़ास निकालने को कहा जाता है. इसे 'रेज योगा' कहते हैं, जिसमें लोगों का स्ट्रेस लेवल कम करने के लिए उन्हें योगा के साथ-साथ मन की भड़ास निकालनी होती है. यह यहां की क्लास का हिस्सा है और इसके लिए करीब एक घंटे के लिए 600 रुपये फीस तक ली जाती है.
क्यों किया जाता है ऐसा?
आम तौर पर कसरत या योगा करते हुए लोगों से अपने दिमाग को शांत रखने के लिए कहा जाता है. हालांकि, रेज योगा में ऐसा नहीं हैं. इसमें योगासन के बीच-बीच में चीखने, चिल्लाने और गालियां देने को कहा जाता है. इतना ही नहीं योगा क्लासेस खत्म होने के बाद लोगों को बीयर पीने के लिए पब भेजा जाता है. दरअसल, इसके पीछे एक स्टडी है, जिसमें कहा गया है कि बात-बात पर गाली देने वालों सहनशीलता सामान्य लोगों से काफी कम होती है. साथ ही गालियों के जरिए अपनी फ्रस्ट्रेशन निकालने वाले लोग मेंटली भी स्ट्रॉग होते हैं. यह तनाव कम करने का काम करती है.
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