(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
इस देश में जेल तोड़कर भाग सकते हैं आप, नहीं चलेगा कोई मुकदमा
दुनियाभर में किसी भी अपराध करने वाले को जेल में बंद किया जाता है, वहीं उसका जेल से भागना भी अपराध माना जाता है. हालांकि एक देश ऐसा भी है जहां जेल से भागना कोई अपराध नहीं है.
किसी अपराध में दोषी पाए गए व्यक्ति को जेल में बंद किया जाता है. ऐसे में वो व्यक्ति यदि जेल से फरार हो जाता है तो उसका जेल से भागना आमतौर पर अपराध माना जाता है, लेकिन क्या आप एक ऐसे देश के बारे में जानते हैं जहां जेल से भागना कोई अपनराध नहीं है. जी हां, दुनिया में एक देश ऐसा भी है जहां कोई कैदी यदि जेल से भाग जाता है तो उसे अपराध नहीं माना जाता.
यहां जेल से भागना नहीं माना जाता अपराध
आमतौर पर दूसरे देशों की तुलना में जर्मनी में जेल से भागने को लेकर अलग सोच है. जी हां, जर्मनी में जेल से भागना अपराध नहीं माना जाता. दरएसल इसके पीछे एक खास वजह है जो लोगों की सोच पर निर्भर है. यहां माना जाता है कि व्यक्ति का स्वतंत्र होना उसका हक है, यही वजह है कि यहां जेल से भागना अपराध नहीं माना जाता.
यह भी पढ़ें: दुनिया के किन देशों में है सबसे ज्यादा पॉल्यूशन, चौंका देगा इससे होने वाली मौतों का आंकड़ा
क्या है जर्मनी का इतिहास?
इस कानून की जड़ें जर्मनी के इतिहास में हैं. जर्मनी ने द्वितीय विश्व युद्ध के बाद अपने न्याय प्रणाली में कई बदलाव किए. यहां के कानून में मानवाधिकारों की रक्षा और व्यक्तिगत स्वतंत्रता को प्राथमिकता दी गई. यहां माना जाता है जेल तोड़ना एक "स्वाभाविक प्रतिक्रिया" है, जब कोई व्यक्ति बहुत परेशानियां झेल रहा होता है तो वो झेल से भागेगा ही. यही वजह है कि इसे कानूनी रूप से मान्य माना गया.
यह भी पढ़ें: कितने साल तक मिलिट्री के कंट्रोल में रहा है पड़ोसी देश पाकिस्तान, जान लीजिए जवाब
क्या कहता है जर्मनी का कानून?
जर्मनी में इस कानून के पीछे कई खास तर्क हैं. बता दें जर्मनी ने अपने संविधान में मानवाधिकारों को सबसे पहला स्थान दिया है. यदि किसी व्यक्ति को जेल में रहने की स्थिति सही नहीं लगती है, तो उसे भागने का अधिकार है. साथ ही यदि यहां कोई यदि कोई जेल की स्थिति को सही नहीं मानता, जैसे कि ज्यादा कठोरता, तो उसे भागने का अधिकार दिया गया है. यह व्यक्ति की स्वतंत्रता का सम्मान करने का एक तरीका है. इसके अलावा जर्मनी में यह विचार भी common है कि जेल केवल दंड नहीं है, बल्कि सुधार का स्थान होना चाहिए. यदि किसी व्यक्ति को सुधार की प्रक्रिया से बाहर रखा गया है, तो उसका भागना समझ में आता है.
यह भी पढ़ें: किस करते हैं या लगाते हैं गले, हर बार हाथ क्यों नहीं मिलाते रशियन? जानें इन ट्रेडिशंस से जुड़े कारण