Independence Day 2024: भारत और पाकिस्तान इस साल अपना 78वां स्वतंत्रता दिवस मनाएंगे. जहां 14 अगस्त 1947 को पाकिस्तान आजाद (Pakistan Independence Day) हुआ और उसके अगले दिन यानी 15 अगस्त 1947 को भारत को आजादी (India Independence Day) मिली थी, हालांकि इन दो दिनों के बीच एक सवाल जन्म लेता है कि पहले पाकिस्तान भारत का ही अंग हुआ करता था और दोनों को आजादी एक ही दिन मिली थी तो दोनों अलग-अलग दिन स्वतंत्रता दिवस क्यों मनाते हैं? तो चलिए इतिहास के पन्नों में जानते हैं कि आखिर इसके पीछे की कहानी क्या है.
14 अगस्त को पाकिस्तान क्यों मनाता है स्वतंत्रता दिवस?
इतिहासकारों की मानें तो भारत से अलग होकर पाकिस्तान बनने के पीछे के तर्क हैं. कुछ मानते हैं कि 14 अगस्त को पाकिस्तान को एक स्वतंत्र देश के रूप में मंजूरी मिली थी, इसलिए इसी दिन वहां आजादी का पर्व मनाया जाता है. वहीं 14 अगस्त, 1947 को तत्कालीन वायसरॉय लार्ड माउंटबेटन ने पाकिस्तान को आजाद देश का दर्जा दे दिया था. साथ ही पाकिस्तान की आजादी को लेकर कुछ भौगोलिक कारण भी बताए जाते हैं. दरअसल इसके पीछे दोनों देशों का स्टैंडर्ड टाइम है, पाकिस्तान का स्टैंडर्ड टाइम भारत से 30 मिनट पीछे है. दरअसल जब भारत में 12 बज रहे होते हैं, तब पाकिस्तान की घड़ियां 11.30 बजे का समय बता रही होती हैं.
इसके इतर कुछ रिपोर्ट्स में ये बताया गया है कि 14 अगस्त की रात ब्रिटिश सरकार ने भारतीय स्वतंत्रता एक्ट पर हस्ताक्षर किए थे, उस वक्त रात के 00.00 बजे थे. यानी भारतीय समयानुसार 15 अगस्त की तारीख आ गई थी लेकिन पाकिस्तान में 14 अगस्त की रात 11.30 ही बजे थे. यही कारण है कि पाकिस्तान 14 अगस्त को अपना स्वतंत्रता दिवस मनाता है.
जिन्ना के निधन के बाद बदली तारीख
इतिहासकार ये भी बताते हैं कि आजादी के बाद शुरुआती 2 सालों तक तो पाकिस्तान भी स्वतंत्रता दिवस 15 अगस्त को ही मना रहा था, लेकिन जब मोहम्मद अली जिन्ना का निधन हुआ तो उसके बाद पाकिस्तान में 14 अगस्त को स्वतंत्रता दिवस मनाया जाने लगा. यही वजह है कि पाकिस्तान अपना स्वतंत्रता दिवस भारत से एक दिन पहले मनाता है.
यह भी पढ़ें: इंटेल ने 15 हजार कर्मचारियों को एक साथ निकाला, जानें क्या है टर्मिनेट करने को लेकर नियम?