Independence Day India: भारत की आजादी को 75 साल पूरे हो गए हैं. जब 1947 में भारत को लंबी गुलामी के बाद ये आजादी नसीब हुई थी, लेकिन इस आजादी के साथ एक दर्द भी था और वो था दोनों देशों का विभाजन. भारत और पाकिस्तान अलग-अलग हुए थे और लोगों को अपने मुल्क बदलने पड़े. लेकिन, क्या आप जानते हैं धर्म के आधार पर हुए बंटवारे में सिर्फ लोग ही एक देश से दूसरे देश में नहीं गए थे, बल्कि सामान का भी विभाजन हुआ था. उस दौरान ब्रिटिश भारत की जितनी संपत्ति थी, उनका विभाजन भी इस दौरान किया गया था.
भारत से अलग होने पर पाकिस्तान को काफी पैसे भी दिए गए थे, इसके अलावा सरकारी संपत्ति में कॉपी, किताब, मेज, बल्ब. कुर्सी आदि का भी बंटवारा हुआ था. ऐसे में आज आपको बताते हैं कि जब विभाजन हुआ तो दोनों देशों के बीच किन-किन चीजों का बंटवारा किया गया.
किन-किन चीजों का हुआ बंटवारा?
भारत-पाकिस्तान के विभाजन में लोग, जमीन, लोगों की भावनाओं के साथ ही सामान का भी बंटवारा किया गया था. इस दौरान ऑफिसों की कॉपी-किताब,मेज-कुर्सी से लेकर टाइपराइटर और पेंसिल तक का बंटवारा हुआ था. कहा जाता है कि उस वक्त कोई एक डिक्शनरी थी, जिसका काफी विवाद हुआ था तो उस किताब के दो हिस्से किए गए और एक हिस्सा भारत और एक हिस्सा पाकिस्तान को दिया गया. इसके अळावा 'एनसायक्लोपीडिया ऑफ ब्रिटेनिका' को आधा-आधा बांटा गया था. साथ ही पगड़ी, बल्ब, पेन, लाठी, बांसुरी, मेज, कुर्सी, रायफल जैसी छोटी-छोटी चीजों का बंटवारा भी हुआ.
कितने पैसे पाकिस्तान को मिले?
अगर पैसे की बात करें तो अलग होते वक्त भारत ने पाकिस्तान को 75 करोड़ रुपये देने का वादा किया था. ये उन सभी संसाधनों की कीमत होगी जो पाकिस्तान के हक में थे लेकिन इनका इस्तेमाल भारत करेगा. ऐसे में जब भारत आजाद हो रहा था तो भारत ने 20 करोड़ रुपये तो उसी वक्त दे दिए थे. फिर दूसरी किश्त जरूरत के हिसाब से देने की बात हुई थी, लेकिन पाकिस्तान ने भारत पर हमला कर दिया, जिसके बाद भारत सरकार ने पाकिस्तान को दी जाने वाली दूसरी किश्त को रोक दिया. 1953 में पाकिस्तान ने भारत से फिर से वो पैसे देने की मांग की. लेकिन भारत ने कुछ संपत्ति के एवज में पाकिस्तान से ही पैसे मांग लिए.
बग्गियों का भी हुआ बंटवारा
इसके साथ ही कुछ सरकारी बग्गियों का भी बंटवारा किया गया था. आजादी के बाद भारत में रह गई ब्रिटिश वायसराय की बग्गियों का बंटवारा सिक्का उछाल कर किया गया. इस दौरान 6 भारत को और 6 बग्घी पाकिस्तान को मिली. इसके साथ ही रेलवे को भी दो हिस्सों में बांटा गया. इसमें रेल के डिब्बे, इंजन, बुलडोजर, ट्रक आदि चीजों का बंटवारा किया गया.
शराब पर नहीं हुई लड़ाई
जब विभाजन हुआ तो शराब को लेकर कोई लड़ाई नहीं हुई. कहा जाता है कि सिर्फ शराब ही एक ऐसी चीज थी, जिसके बंटवारे पर विवाद नहीं हुआ. उस दौरान शराब का पूरा कारोबार भारत के हिस्से में ही रह गया, क्योंकि पाकिस्तान ने इस्लामिक मुल्क होते हुए शराब की मांग ही नहीं की. इससे भारत के हिस्से में पूरा लिकर सिस्टम रह गया.