दुनियाभर में जब भी योग का नाम लिया जाएगा, तो सबसे पहले भारत का नाम आएगा. क्योंकि पूरी दुनिया को भारत ने योग सिखाया है. भारत के संतों ने दुनिया तक योग साधना को पहुंचाने का काम किया है. यही कारण है कि आज दुनियाभर के लोगों में योग सीखने की उत्सुकता बढ़ रही है. आज हम आपको बताएंगे कि भारत के बाहर पहली योग यूनिवर्सिटी कहां पर स्थित है, जहां दुनियाभर के लोग योग सीखने आते हैं.
योग
बता दें कि योग-अध्यात्म भारतीय संस्कृति का एक प्रमुख अंग है. दुनियाभर में योग के लिए सबसे पहले भारत का नाम लिया जाता है. जब दुनिया योग का अर्थ नहीं जानती थी, उससे हजारों साल पहले भी भारत के ऋषि मुनी योग और तप के जरिए ज्ञान प्राप्त करते थे.
योग यूनिवर्सिटी
बता दें कि भारत के बाहर दुनिया का पहला योग विश्वविद्यालय अमेरिका के लॉस एंजिलिस में है. इस यूनिवर्सिटी का नाम विवेकानंद के नाम पर विवेकानंद योग विश्वविद्यालय (वायु) रखा गया है. जानकारी के मुताबिक इस विश्वविद्यालय का निर्माण करीब 50 लाख डॉलर के साथ लॉस एंजिलिस में किया गया था. इस विश्वविद्यालय में 2020 से छात्र योगा पाठ्यक्रम की पढ़ाई कर रहे हैं.
भारत का पहला योग विश्वविद्यालय
भारत का पहला योग विश्वविद्यालय बिहार के मुंगेर में स्थित है. इतना ही नहीं भारत में योग विद्या में बिहार के मुंगेर स्थित 'बिहार स्कूल ऑफ योग' का महत्वपूर्ण योगदान माना जाता है. बिहार स्कूल ऑफ योग को दुनिया का पहला योग विश्वविद्यालय माना जाता है. बिहार स्कूल ऑफ योग की स्थापना स्वामी सत्यानंद ने सन् 1964 में मुंगेर के गंगा नदी के तट पर की थी. जानकारी के मुताबिक स्वामी सत्यानंद के गुरु स्वामी शिवानंद वर्ष 1937 में ऋषिकेश से मुंगेर आए थे. इसके बाद उनके शिष्य सत्यानंद सरस्वती को मुंगेर में ही यह दिव्य संदेश प्राप्त हुआ कि योग भविष्य की संस्कृति है. इसके बाद वर्ष 1964 में स्वामी शिवानंद के महासमाधि ले लेने के बाद स्वामी सत्यानंद ने मुंगेर में गंगा दर्शन आश्रम की नींव रखी और यहां वह योग को आगे बढ़ाने में जुट गये थे.
योग दिवस थीम
हर साल 21 जून के दिन अंतरराष्ट्रीय योग दिवस मनाया जाता है. इसके अलावा हर साल विश्व योग दिवस की एक खास थीम होती है. इस साल 2024 में योग दिवस की थीम महिलाओं पर आधारित है. अंतरराष्ट्रीय योग दिवस 2024 की थीम 'महिला सशक्तिकरण के लिए योग' है.
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