अभी गिनती तो हुई नहीं, फिर किस फॉर्मूले से पता चला कि भारत की आबादी 142 करोड़ हो गई!
UNFPA की ताजा रिपोर्ट के अनुसार, भारत अब दुनिया में सबसे ज्यादा आबादी वाला देश बन गया है. ऐसे में, आइए जानते हैं कि बिना गिनती किए आखिर यह कैसे पता चल जाता है कि देश की जनसंख्या कितनी है?
India Overtake China in Population: चीन अब दुनिया में सबसे ज्यादा आबादी वाला देश नहीं रहा. भारत इसको पछाड़ कर पहले नंबर पर आ गया है. इस साल की शुरूआत में ही ग्लोबल एक्सपर्ट्स ने अनुमान लगाया था कि 2023 में भारत की जनसंख्या सबसे ज्यादा होगी और अब इस पर संयुक्त राष्ट्र जनसंख्या कोष (UNFPA) की ओर से जारी किए गए नए आंकड़ों ने इसपर मुहर लगा दी है. संयुक्त राष्ट्र (UNFPA) के आंकड़ों के मुताबिक, भारत में अब चीन की तुलना में 20 लाख से ज्यादा लोग हैं. ऐसे में सवाल यह है कि आखिर बिना जनगणना किए ये कैसे पता चलता है कि किसी देश की जा संख्या कितनी है?
कैसे चलता है पता?
देश की आबादी कितनी बढ़ गई है या कितनी बढ़ जाएगी? अगर इस सवाल का सीधा जवाब दें, तो वह होगा कि यह सब आंकड़ेबाजी का खेल है. संयुक्त राष्ट्र से जुड़ी संस्था यूनाइटेड नेशंस पॉपुलेशन फंड (UNFPA) देश से जुड़े आंकड़े जुटाती है और उसके आधार पर ही देश की आबादी का अनुमान लगाती है. वैसे तो आबादी का पता लगाने के लिए मुख्य रूप से तीन बातों को ध्यान में रखा जाता है. पहला है जन्म दर, दूसरा मृत्यु दर और तीसरा होता माइग्रेशन यानी देश छोड़कर दूसरे देश जाने या आने वाले लोगों की संख्या. इन्हीं तीन बातों से किसी भी देश की आबादी का अनुमान लगाया जाता है.
डेमोग्राफी विज्ञान से होती है गिनती
बिना गिनती के जनसंख्या का अनुमान लगाने की तकनीकों को डेमोग्राफी विज्ञान कहा जाता है. UNFPA ने भी डेमोग्राफिक आंकड़ों के आधार पर ही अपनी रिपोर्ट जारी की है. इसमें भौतिक विज्ञान, आर्थिक विज्ञान, सामाजिक विज्ञान और संगणक विज्ञान जैसे विभिन्न क्षेत्रों की जरूरी चीजों का इस्तेमाल किया जाता है.
कई पैरामीटर पर आधारित होता है अनुमान
इस तकनीक की मदद से अनुमान लगाया जा सकता है कि किसी देश की जनसंख्या कितनी है. बिना गिनती किए किसी देश की जनसंख्या का अनुमान लगाने में उस देश के जन्म और मृत्यु दर, शिक्षित और अनपढ़ लोगों की संख्या, लिंग अनुपात और उम्र का विवरण जैसे पैरामीटरों को इस्तेमाल करके अनुमान लगाया जा.सकता है कि किसी देश में वर्तमान में कितनी आबादी हो सकती है.
सरकारी आंकड़ों का भी होता है इस्तेमाल
UNFPA जनसंख्या का अनुमान लगाने के लिए सरकारी और अन्य विभिन्न संस्थाओं में डेटा का भी इस्तेमाल करता है. साथ ही टेलीकॉम कंपनियों से भी इसमें सहयोग लिया जाता है. क्योंकि, उनके टावर देशभर में लगे होते हैं. इस तरह कई तरह की जानकारी जुटाकर किसी देश की जनसंख्या का अनुमान लगाया जाता है.
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