भारत दुनिया का सबसे ज्यादा आबादी वाला देश है. इससे पहले चीन सबसे ज्यादा आबादी वाला देश  हुआ करता था. संयुक्त राष्ट्र के आंकड़ों के मुताबिक भारत की आबादी 142.86 करोड़ हो गई है, वहीं चीन की आबादी 142.57 करोड़ है. लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि अगर 1947 में भारत का बंटवारा नहीं होता और पाकिस्तान आज भारत में होता तो आज भारत की आबादी कितनी होती? आज हम आपको इसके बारे में बताएंगे. 


भारत का बंटवारा


देश की आजादी के साथ ही भारत और पाकिस्तान का बंटवारा हो चुका था. आज जनसंख्या के मामले में भारत ने चीन को भी पीछे छोड़ दिया है. लेकिन सवाल ये है कि अगर अखंड भारत में पाकिस्तान और बांग्लादेश होता, तो आज भारत की आबादी कितनी होती और मुसलमानों की कुल आबादी कितनी होती. 


भारत की आबादी


आज भारत की आबादी 142.86 करोड़ है. वहीं 2023 की जनगणना के मुताबिक पाकिस्तान की कुल जनसंख्या 24 करोड़ (2,40,458,089) है. इसके अलावा बांग्लादेश की कुल आबादी 17 करोड़ है. इसके अलावा पाकिस्तान में 24 करोड़, भारत में 20 करोड़ और बांग्लादेश में 15 करोड़ मुस्लिम रहते हैं. अगर देश का बंटवारा नहीं होता तो इस वक्त भारत में 59 करोड़ मुस्लिम आबादी होती. ये आकंड़ा इंडोनेशिया को बहुत पीछे छोड़ देता. क्योंकि अभी इंडोनेशिया 24.25 करोड़ लोगों के साथ दुनिया का सबसे अधिक मुस्लिम आबादी वाला देश है. 


दुनिया का 15वां बड़ा समुद्री इलाके वाला देश होता भारत


भारत में गुजरात से लेकर पश्चिम बंगाल तक के हिस्से में हमारा बॉर्डर समुद्र से लगता है. ऐसे में तटीय सीमा के अलावा देश की एक समुद्री सीमा भी होती है, जिसे एक्सक्लूसिव इकोनॉमिक जोन यानी EEZ कहते हैं. इस क्षेत्र के पानी और उसमें मिलने वाले सभी खनिज पदार्थों पर देश का अधिकार होता है.


वहीं भारत की अरब सागर और बंगाल की खाड़ी में समुद्री सीमा है. भारत का EEZ 23.05 लाख स्क्वायर किमी है. वहीं पाकिस्तान के पास अरब सागर में 2.90 लाख स्क्वायर किमी और बांग्लादेश के पास बे ऑफ बंगाल में 1.19 लाख स्क्वायर किमी का EEZ क्षेत्र है. 


वहीं अगर पाकिस्तान और बांग्लादेश भारत में होते तो हमारे पास दुनिया का 15वां सबसे बड़ा EEZ होता. इसका क्षेत्रफल 27.13 लाख स्क्वायर किमी होता और बांग्लादेश की समुद्री सीमा में नेचुरल गैस का भंडार भी भारत के पास होता. इसके अलावा यहां कई हेवी मिनरल, जिर्कोन, रूटाइल, मैग्नेटाइट, मोनाजाइट जैसे पदार्थ भी मिलते हैं. इनका इस्तेमाल आयरन-स्टील इंडस्ट्री, टेक्स्टाइल, प्लास्टिक, एयरक्राफ्ट, इंजन, स्पेसक्राफ्ट बनाने में होता है. बता दें कि मछली पालन बांग्लादेश की GDP का 4% हिस्सा है, यह एक्सपोर्ट के मामले में दूसरी सबसे बड़ी इंडस्ट्री है. 


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