India's First High Speed Bullet Train: भारतीय रेलवे दुनिया की चौथी सबसे बड़ी रेल व्यवस्था है. भारतीय रेलवे 13000 से भी ज्यादा ट्रेनें रोजाना चलाता है. जिनमें आधे से ज्यादा ट्रेनें यात्री ट्रेन होती हैं. तो वहीं कई हजार ट्रेनें सामान ढ़ोने वाली होती हैं. पिछले कुछ अरसे से देखा जाए तो भारतीय रेलवे में काफी बदलाव हुए हैं. भारतीय रेलवे अब दुनिया की आधुनिक रेल सेवाओं में अपना नाम दर्ज करवाने की लाइन में भारत में अब हाई स्पीड ट्रेनों का संचालन शुरू हो चुका है.
साल 2019 में भारत में वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन का संचालन शुरू हुआ था. फिलहाल यह ट्रेन भारत की सबसे तेज गति से चलने वाली ट्रेन है. लेकिन अब देश और हाई स्पीड ट्रेन यानी बुलेट ट्रेन की और बढ़ रहा है. जिसके लिए ब्लूप्रिंट लगभग तैयार हो चुका है. कितनी होगी इस हाई स्पीड बुलेट ट्रेन की रफ्तार और देश को कब तक मिल जाएगी, यह हाई स्पीड बुलेट ट्रेन. चलिए आपको बताते हैं.
320 प्रति किलोमीटर घंटे तक की होगी रफ्तार
फिलहाल भारत में जो सबसे तेज गति से ट्रेन चलती है, वह वंदे भारत एक्सप्रेस है. वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन की अधिकतम गति 160 किलोमीटर प्रति घंटा है. लेकिन अब जल्द ही देश को वंदे भारत एक्सप्रेस की गति से डबल तेज चलने वाली हाई स्पीड ट्रेन मिलने वाली है. इस ट्रेन की रफ्तार 320 किलोमीटर प्रति घंटा होने की संभावना है. यह ट्रेन जापान की शिंकानसेन E5 ट्रेन होगी. हालांकि इस ट्रेन की ऑपरेटिंग स्पीड 250 किलोमीटर प्रति घंटे ही रखी जाएगी.
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मुंबई-अहमदाबाद रेल कॉरिडोर पर होगा ट्रायल
भारत की चलने वाली हाई स्पीड बुलेट ट्रेन जापान की शिंकानसेन E5 पर आधारित होगी. इस ट्रेन की अधिकतम गति 320 किलोमीटर प्रति घंटा हो सकती है. हालांकि फिलहाल इसे 250 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से ऑपरेट किया जाएगा. ट्रेन का पहला ट्रायल मुंबई-अहमदाबाद रेल कॉरिडोर पर किया जाएगा. यह भारत की स्वदेशी बुलेट ट्रेन होगी. यानी इसका पूरा निर्माण भारत में ही किया जाएगा जो कि साल तक के आखिर में शुरू होने की संभावना है.
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लग सकता है 2 साल का समय
भारतीय रेलवे के सीनियर ऑफिशियल्स से मिली जानकारी के अनुसार इस ट्रेन का निर्माण शुरू होने के बाद तकरीबन 2 साल तक का समय इसके संचालन में लग सकता है. यानी अगर 2024 के आखिर में इसका निर्माण शुरू होता है. तो तकरीबन 2027 तक ट्रेन का संचालन शुरू हो सकता है. हालांकि 2027 तक संचालन होने लगेगा, ट्रेन का निर्माण पूरा हो जाएगा, इस बात को लेकर पूरी जानकारी सामने नहीं आई है.
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