India's Intelligence Agencies: किसी भी देश में शांति, स्थिरता बनाए रखने और बाहरी या आंतरिक खतरों से निपटने के लिए कई जांच एजेंसियां काम करती हैं. हमारे देश में भी ऐसी ही जांच एजेंसियां हैं, जो बहुत ही सतर्कता और गुप्त तरीके से देश को सुरक्षित रखने के साथ ही भ्रष्टाचार और गैरकानूनी गतिविधियों से भी निपटती हैं. सीमा पर खड़े देश के जवानों और देश के अंदर सामान्य पुलिस के अलावा ये तमाम एजेंसियां भी देश को बहुत बड़े-बड़े खतरों से बचाती हैं. अपने इस आर्टिकल के जरिए हम आपको बताएंगे कि भारत में कितनी जांच एजेंसियां काम करती हैं-


ये हैं भारत की मुख्य खुफिया और जांच एजेंसियां-



  • इंटेलिजेंस ब्यूरो (IB)

  • केन्द्रीय जांच ब्यूरो(CBI)

  • राष्ट्रीय जांच एजेंसी(NIA)

  • अनुसंधान और विश्लेषण विंग(Raw)

  • राष्ट्रीय आतंकवाद निरोधी केन्द्र(NCTC)

  • नेशनल इंटेलिजेंस ग्रिड ( NATGRID)

  • राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो( NCRB)

  • नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो( NCB)


खुफिया और जांच एजेंसियों का काम-


अलग-अलग एजेंसियों के कामों की प्रकृति अलग-अलग है. कुछ एजेंसियां जहां बाहरी खतरों से सतर्क करती हैं, वहीं कई एजेंसियां देश के अंदर शांति बनाए रखने में अपनी भूमिका निभाती हैं. 


इंटेलिजेंस ब्यूरो(IB)


आईबी भारत की खुफिया एजेंसी है. यह गृह मंत्रालय के अंतर्गत आती है. यह खुफिया जांच एजेंसी देश के आंतरिक मामलों पर नज़र रखती है और किसी भी तरह की गड़बड़ी से निपटती है. देश के भीतर आईबी के द्वारा इंटेलिजेंस डिटेल्स को इकट्ठा किया जाता है. 


केन्द्रीय जांच ब्यूरो (CBI)- 


सीबीआई एक महत्वपूर्ण केन्द्रीय जांच एजेंसी है. सीबीआई के द्वारा राष्ट्रीय सुरक्षा से जुडे़ मामलों के अलावा जटिल आपराधिक मामलों की जांच भी की जाती है. सीबीआई कार्मिक एवं प्रशिक्षण विभाग के अंतर्गत काम करती है.


राष्ट्रीय जांच एजेंसी(NIA)- 


2008 में हुए मुंबई आतंकी हमले के बाद एनआई की स्थापना  31 दिसंबर 2008 को की गई. यह एजेंसी देश की सुरक्षा में बहुत ही गोपनीय तरीके से महत्वपूर्ण योगदान देती है. भारत में आतंकवाद का मजबूती से मुकाबला करने लिए इसकी स्थापना की गई.


रिसर्च एंड एनालिसिस विंग (Raw)-


अनुसंधान और विश्लेषण विंग यानी रॉ गुप्त तरीके से देश के दुश्मनों का सफाया करती है. यह सिर्फ देश के अंदर ही नहीं बल्कि बाहर भी देश के दुश्मनों पर नज़र रखती है. रॉ के लिए काम करने वाले एजेंट अपने जान जोखिम में डालकर बहुत ही चुनौतीपूर्ण मिशन पर भेजे जाते हैं.


इन एजेंसियों के अलावा 'राष्ट्रीय आंतकवाद निरोधक केन्द्र' जहां आतंकवादी गतिविधियों की जांच करता है वहीं 'नेशनल इंटेलिजेंस ग्रिड' भी 26/11 हमले के बाद आतंकियों को ट्रैक करने और आंतकी घटनाओं को रोकने के लिए अलग-अलग सुरक्षा एजेंसियों की सहायता करने के लिए बनाई गई है.


 इसके अलावा 'राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो' अपराध और अपराधियों की सूचना का संग्रहण करती है. एनसीबी का काम  ड्रग तस्करी और अवैध नशीले पदार्थों के लेन-देन, उपयोग को रोकना है. इन तमाम एजेंसियों की वजह से हमारा देश अंदरूनी और बाहरी खतरों से सुरक्षित रहता है.


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