प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ऐलान किया है कि भारतीय नौसेना की रैंक्स का नाम अब भारतीय परंपराओं के अनुरूप रखा जाएगा. पीएम मोदी का कहना है कि देश गुलामी की मानसिकता को पीछे छोड़कर आगे बढ़ रहा है. साथ ही उन्होंने पहली बार नौसेना के पोत की कमान संभालने के लिए एक महिला अधिकारी की नियुक्ति करने की सराहना की. पीएम मोदी के ऐलान के बाद अब उम्मीद है कि जल्द ही नेवी रैंक्स का भारतीय वर्जन देखने को मिलेगा. ऐसे में पहले ये जान लेते हैं कि आखिर नेवी में अभी क्या व्यवस्था है और रैंक्स का पदानुक्रम क्या है...
अभी किस तरह होती है रैंक?
भारतीय सेना में अभी रैंक दो तरह से बांटी गई है. एक तो अफसरों की रैंकिंग होती है और नाविकों यानी सेलर्स की रैंकिंग होती है. ऑफिसर क्लास की भर्ती प्रोसेस भी अलग होती है और नाविकों की चयन प्रक्रिया अलग होती है.
कौन, किससे है सीनियर?
नेवी में सबसे सीनियर रैंक एडमिरल है, जो चीफ ऑफ नेवल स्टाफ है. वैसे कुछ सालों से सीनों सेनाओं के चीफ के ऊपर भी एक पोस्ट बनाई गई है, जिसे सीडीएस यानी चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ कहा जाता है. अगर सिर्फ नेवी की बात करें तो नेवी में एडमिरल सबसे सीनियर होते हैं. उनके बाद वाइस एडमिरल, रियर एडमिरल, कमोडोर, कैप्टन, कमांडर, लेफ़्टिनेंट कमांडर, लेफ्टिनेंट, सब लेफ्टिनेंट, मिडशिपमैन आते हैं. ये सभी पोस्ट ऑफिसर रैंकिंग में है.
नाविक रैंक्स में कौन कौन हैं?
अगर नाविक रैंकिंग की बात करें तो इनमें सबसे सीनियर मास्टर चीफ पेटी ऑफिसर होते हैं और ये रैंक के आधार पर होता है. जैसे सबसे सीनियर मास्टर चीफ पेटी ऑफिसर फर्स्ट रैंक होते हैं, जबकि मास्टर चीफ पेटी ऑफिसर सेकंड रैंक दूसरे नंबर पर होते हैं. इनके बाद चीफ पेटी ऑफिसर, पेटी ऑफिसर, लीडिंग रेट, सीमैन फर्स्ट क्लास, सीमैन सेकंड क्लास का नंबर आता है.
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