Indian Railway: भारत में ट्रेन हादसे कोई नई बात नहीं है, अक्सर हमें ट्रेन हादसों की खबर सुनने को मिल ही जाती है. कई लोगों के परिजनों को भी इन हादसों से दो चार होना पड़ा है. कई बार ये हाादसे इतने बड़े होते हैं कि बड़ी संख्या में जान माल का नुकसान उठाना पड़ता है. बहुत कम ही लोग जानते हैं कि ऐसे ट्रेन हादसों के लिए रेलवे द्वारा बीमा भी दिया जाता है. हालांकि रेलवे ट्रैवल इंश्योरेंस (Railway Travel Insurance) का फायदा उन्हीं लोगों को मिल पाता है जो टिकट लेते समय इंश्योरेंस लेते हैं. आपको जानकर हैरानी होगी कि इस इंश्योरेंस का प्रीमियम सिर्फ 45 पैसे है.
कब मिलता है इंश्योरेंस?
रेलवे ट्रैवल इंश्योरेंस सिर्फ उन्हीं यात्रियों को मिलता है जो ऑनलाइन रेल टिकट बुक करते हैं. टिकट काउंटर से टिकट बुक करने पर रेलवे ट्रैवल इंश्योरेंस नहीं मिलता. साथ ही जनरल डिब्बे में सफर करने वाले यात्रियों को भी यह सुविधा नहीं मिलती है. ये बीमा वैकल्पिक है. यानी इसे लेना या न लेना यात्री पर निर्भर करता है.
इतने लाख रुपये है बीमा कवर
रेलवे ट्रैवल इंश्योरेंस होने पर रेल दुर्घटना में यात्री को हुए नुकसान की भरपाई बीमा कंपनी करती है. रेल दुर्घटा में यात्री की मौत होने पर 10 लाख रुपये बीमा राशि मिलती है. यदि दुर्घटना में रेलयात्री पूरी तरह विकलांग हो जाता है तो भी कंपनी उसे 10 लाख रुपये कवर देती है. स्थाई विकलांगताहोने पर 7.5. रुपये बीमा राशि दी जाती है. वहीं घायल होने पर 2 लाख रुपये इलाज खर्च के लिए मिलते हैं.
ऐसे किया जा सकता है बीमा
रेलवे ट्रैवल इंश्योरेंस उन यात्रियों को मिलता है जो ऑनलाइन रेल टिकट बुक करते हैं. टिकट काउंटर से टिकट बुक करने पर रेलवे ट्रैवल इंश्योरेंस नहीं मिलता. साथ ही जनरल डिब्बे में सफर करने वाले यात्रियों को भी यह सुविधा नहीं मिलती है. रेलवे का ये बीमा वैकल्पिक है. यानी इसे लेना या न लेना यात्री पर निर्भर करता है.
अब सवाल ये उठता है कि रेलवे का ये इंश्योरेंस लिया कैसे जाए? तो बता दें कि जब ऑनलाइन रेलवे टिकट बुकिंग की जाती है तो वेबसाइट और ऐप पर रेलवे ट्रैवल इंश्योरेंस का आप्शन मिलता है. ऐसे जब आप टिकट बुक करें उस समय इंश्योरेंस ऑप्शन चुने. इंश्योरेंस के लिए आपसे बस 45 पैसे ही लिए जाएंगे. इंश्योरेंस ऑप्शन चुनने पर आपकी ई-मेल आईडी और मोबाइल नंबर पर एक लिंक मिलेगा. ये लिंक बीमा करने वाली कंपनी का होता है. इस लिंक पर जाकर आप वहां नॉमिनी की डिटेल भर दें. बीमा पॉलिसी में नॉमिनी होने पर बीमा क्लेम मिलने में आपको काफी आसानी होती है.
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