ऐसा क्या हो गया कि सबसे ज्यादा मुस्लिम आबादी वाला देश इंडोनेशिया अब अपनी राजधानी बदल रहा है?
बोर्नियो वो शहर है जिसे इंडोनेशिया अपनी नई राजधानी बना रहा है. दरअसल, बोर्नियो एक द्वीप है और इसी द्वीप पर यहां की सरकार एक नया नुसंतारा शहर बसाने की तैयारी कर रही है.
दुनिया की सबसे बड़ी मुस्लिम आबादी वाला देश इंडोनेशिया अब अपनी राजधानी जकार्ता से हटा कर बोर्नियों कर रहा है. ये फैसला वहां की सरकार ने तब लिया है, जब देश की राजधानी जकार्ता तेजी से डूब रही है. हालांकि, राजधानी के बदलने के पीछे सिर्फ इसका तेजी से डूबना ही वजह नहीं है. इसके पीछे कई और बड़ी वजहें हैं. एक बड़ी वजह तो ये भी है कि इस शहर में प्रदूषण और लोगों की भीड़ तेजी से बढ़ रही है. जबकि इसका क्षेत्रफल लगातार घटता जा रहा है. वैज्ञानिकों का अनुमान है कि साल 2050 तक शहर का एक तिहाई हिस्सा पानी में डूब जाएगा.
इंडोनेशिया क्यों बदल रहा अपनी राजाधानी
इंडोनेशिया के राजधानी बदलने के पीछे की सबसे बड़ी वजह है कि उसकी मौजूदा राजधानी जकार्ता की आबादी इस वक्त करीब एक करोड़ के आस पास है, वहीं इस देश में हर रोज बाहर से आने वाले लोगों की संख्या भी बहुत ज्यादा है. जकार्ता के साथ एक समस्या जो सबसे बड़ी है वो ये है कि ये शहर तेजी से डूब रहा है. समुद्र के किनारे बसा ये शहर साल 2050 तक अपना एक तिहाई हिस्सा खो देगा. इसके साथ ही यहां हर साल बाढ़ की गाद की वजह से फैली गंदगी को साफ करने के लिए 4.5 बिलियन डॉलर खर्च करने पड़ते हैं. इस आर्थिक नुकसान से बचने के लिए भी इंडोनेशिया अपनी राजधानी बदल रहा है.
कैसा शहर है बोर्नियो
बोर्नियों वो शहर है जिसे इंडोनेशिया अपनी नई राजधानी बना रहा है. दरअसल, बोर्नियो एक द्वीप है और इसी द्वीप पर यहां की सरकार एक नया नुसंतारा शहर बसाने की बात कर रही है. कहा जा रहा है कि ये शहर एनवायरमेंट फ्रेंडली होगा. वहीं इस शहर में जनसंख्या को भी नियंत्रित रखा जाएगा. देश की सरकार ने इस नए शहर को 256,000 हेक्टेयर में बसाने की योजना बनाई है. सबसे बड़ी बात कि यह नया शहर फॉरेस्ट सिटी यानी ‘वन शहर’ की अवधारणा पर विकसित होगा. इस शहर के 65 फीसदी इलाके का फिर से वनीकरण भी किया जाएगा.
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