9 दिसंबर को मनाया जाएगा अंतरराष्ट्रीय भ्रष्टाचार दिवस, जानिए क्या है इस दिन का इतिहास?
कल यानी 9 दिसंबर को पूरी दुनिया भर में अंतरराष्ट्रीय भ्रष्टाचार दिवस मनाया जाएगा. इस दिन का मुख्य उद्देश्य यह है कि पूरी दुनिया से भ्रष्टाचार खत्म हो.
कल यानी 9 दिसंबर को पूरी दुनिया भर में अंतरराष्ट्रीय भ्रष्टाचार दिवस मनाया जाएगा. इस दिन का मुख्य उद्देश्य यह है कि पूरी दुनिया से भ्रष्टाचार खत्म हो. इसे लेकर कई देशों में जागरूकता अभियान चलाए जाते हैं ताकि लोगों के बीच एक सकारात्मक पहल हो और लोग भ्रष्टाचार को बढ़ावा न दें बल्कि उन लोगों को बेनकाब करने जो भ्रष्ट हैं. भ्रष्टाचार एक सामाजिक समस्या के खिलाफ संघर्ष का एक हिस्सा है इसका उद्देश्य एक मात्र ईमानदार और न्यायपूर्ण समाज की दिशा में कदम उठाना है.
आखिर क्यों मनाया जाता है अंतरराष्ट्रीय भ्रष्टाचार दिवस?
भ्रष्टाचार खिलाफ जागरूकता बढ़ाने और इसे स्थापित करने के लिए समर्पित एक महत्वपूर्ण दिन होता है. इस दिन कई लोग अलग-अलग कार्यक्रमों और आयोजनों में हिस्सा लेते हैं. ऐसे में अगर आपके इलाके में ऐसा कोई आयोजन होगा तो आपको भी जरूर शामिल होना चाहिए ताकि आपको पता चलें कि आखिर कैसे भ्रष्टचारियों से निपटना है. तो इसके साथ ही ये भी जान लेते हैं कि अंतरराष्ट्रीय भ्रष्टाचार दिवस किस दिन से मनाया जाता है.
कब से मनाया जा रहा है ये दिवस?
31 अक्टूबर 2003 को पूरी दुनिया भ्रष्टाचार के खिलाफ एक मंच यानी संयुक्त राष्ट्र कन्वेंशन पहुंच और इसी दिन से इसे मनाया जाने लगा. अब सवाल है कि ये एंटी-करप्शन डे अहम क्यों है? यह एक महत्वपूर्ण प्लेटफ़ॉर्म प्रदान करता है, जो भ्रष्टाचार के खिलाफ एकजुटता और समाज में जागरूकता बढ़ाने के लिए आगे हमेशा रहता है. भ्रष्टाचार समाज में न्याय और ईमानदारी को ध्वस्त करने वाली सबसे बड़ी समस्याओं में से एक है. इस दिन के माध्यम से, लोगों को भ्रष्टाचार की खिलाफत और इसके नुकसानों के बारे में जागरूक किया जाता है और उन्हें इससे बचने के लिए उत्साहित किया जाता है. यह दिन भ्रष्टाचार को रोकने और समाज में ईमानदारी और न्याय को प्रोत्साहित करने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है.
भारत सरकार ने क्या उठाया है कदम?
भारत में भ्रष्टाचार को लेकर कई कदम उठाए गए हैं. इनमें से कुछ महत्त्वपूर्ण कदम शामिल हैं, जैसे कि डिजिटली भ्रष्टाचार को रोकने के लिए ई-गवर्नेंस के अनुप्रयोग, आंतरिक और बाह्य जांच एजेंसियों के गठन, भ्रष्टाचार और आपराधिक गतिविधियों के खिलाफ कठोर कानूनी कार्रवाई, लोकतंत्र की स्थापना और सरकारी प्रक्रियाओं में पारदर्शिता को बढ़ावा देना.
भ्रष्टाचार के माध्यम से चुराए जाते हैं हर साल 26 खरब रुपये
भारत सरकार ने आईपीसी और जीएसटी जैसे कई बड़े रिफॉर्म्स को शुरू किया है, जिनसे अर्थव्यवस्था में सुधार होने की उम्मीद है और जो भ्रष्टाचार को कम करने में मदद कर सकते हैं. सरकार ने लोकतंत्र में पारदर्शिता और जवाबदेही को बढ़ावा देने के लिए अनेक तरह के योजनाओं की शुरुआत की है. यह सभी कदम भ्रष्टाचार को कम करने और समाज में ईमानदारी और न्याय को प्रोत्साहित करने की दिशा में महत्वपूर्ण हैं. आपको बता दें कि हर साल एक ट्रिलियन की रिश्वत दी और ली जाती है जबकि अन्य 26 खरब रुपये रुपये भ्रष्टाचार के माध्यम से चुराए जाते हैं. यह ग्लोबल ग्रॉस डोमेस्टिक प्रोडक्ट के 5% से अधिक के बराबर है.