International Yoga Day 2024: पूरी दुनिया 9 साल से मना रही योग दिवस, लेकिन पाकिस्तान में अब हुई तैयारी, ऐसा क्यों?
21 जून के दिन दुनियाभर के लोग सामूहिक रूप से एक साथ योगाभ्यास करते हैं. योग दिवस की शुरूआत के इतने सालों बाद अब पाकिस्तान में भी कुछ लोग योग करते हुए नजर आ रहे हैं. जानिए कैसे हुई थी इसकी शुरूआत.
दुनिया में जब भी योग की बात होती है, सबसे पहले भारत का नाम लिया जाता है. दुनियाभर के कई देशों से लोग योग सीखने के लिए भारत आते हैं.योग को लेकर भारत को विश्व गुरु कहा जाता है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि इतने सालों के बाद पाकिस्तान को भी योग का महत्व समझ में आ चुका है. जी हां पाकिस्तान में भी अब लोग योग सीखने का प्रयास कर रहे हैं. आज हम आपको बताएंगे कि पाकिस्तान में लोग योग सीखना कब से शुरू किए हैं.
भारत ने दुनिया को सिखाया योग
दुनियाभर के सामने भारत योगा के लिए विश्वगुरु है. आज भारत की वजह से योग को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान मिली है. बता दें कि शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य के लिए योग लाभकारी है. योग करना शरीर को रोगमुक्त रखता है और मन को शांति प्रदान करता है. हर साल 21 जून के दिन अंतरराष्ट्रीय योग दिवस मनाया जाता है और इस दौरान दुनियाभर के लोग सामूहिक रूप से योगाभ्यास करते हैं. इस दिन को मनाने का उद्देश्य योग के लाभों के बारे में जागरूकता बढ़ाना और वैश्विक स्तर पर योग के अभ्यास को प्रोत्साहित करना है.
पाकिस्तान में योग
“देर आए दुरुस्त आए” कहावत पाकिस्तान पर सटीक बैठता है. क्योंकि अंतरराष्ट्रीय योग दिवस मनाने के 9 साल बाद अब पाकिस्तान से योग को लेकर कुछ तस्वीरें सामने आ रही है. बता दें कि इस्लामाबाद के रखरखाव के लिए जिम्मेदार कैपिटल डेवलपमेंट अथॉरिटी (सीडीए) के आधिकारिक फेसबुक पेज के मुताबिक इस्लामाबाद मेट्रोपॉलिटन कॉरपोरेशन ने एक पार्क में मुफ्त योग क्लास शुरू की हैं. यह योग क्लास इस्लामाबाद में आयोजित की जाएगी. सीडीए के मुताबिक योग के महत्व को समझते हुए कई लोग पहले ही इस क्लास में शामिल हो चुके हैं.
योग दिवस की शुरूआत
बता दें कि पहली बार 27 सितंबर 2014 को संयुक्त राष्ट्र महासभा में भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने भाषण में अंतरराष्ट्रीय योग दिवस मनाने का प्रस्ताव रखा था. उसी वर्ष 11 दिसंबर 2014 को संयुक्त राष्ट्र महासभा ने इस प्रस्ताव को स्वीकृति देते हुए 21 जून को अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के रूप में मनाने की घोषणा की थी. बता दें कि इस प्रस्ताव को 177 देशों का समर्थन मिला था. पहली बार दुनियाभर में योग दिवस 21 जून 2015 को मनाया गया था. इस दिन विश्व के लाखों लोगों ने सामूहिक रूप से योगाभ्यास किया था.
योग दिवस के लिए 21 जून ही क्यों
जानकारी के मुताबिक योग दिवस मनाने के लिए 21 जून का ही दिन निर्धारित करने के पीछे एक खास वजह है. दरअसल 21 जून उत्तरी गोलार्ध में सबसे लंबा दिन होता है, जिसे ग्रीष्म संक्रांति कहते हैं. यह दिन साल का सबसे लंबा दिन मना जाता है. ग्रीष्म संक्रांति के बाद सूर्य दक्षिणायन में प्रवेश करता है, जिसे योग और अध्यात्म के लिए महत्वपूर्ण माना जाता है. यही कारण है कि 21 जून को योग दिवस के रूप में मनाए जाने का फैसला लिया गया था
योग दिवस 2024 की थीम
बता दें कि हर साल विश्व योग दिवस की एक खास थीम होती है. इस साल योग दिवस की थीम महिलाओं पर आधारित है. अंतरराष्ट्रीय योग दिवस 2024 की थीम 'महिला सशक्तिकरण के लिए योग' है.
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