International Yoga Day 2024: योग के ये आसन देखने-करने के लिए एडल्ट होना जरूरी, जानें क्या है इनमें खास?
योग शरीर के लिए बेहद जरूरी होता है ये तो सभी जानते हैं. क्या आप जानते हैं कि कुछ योगासन ऐसे भी होते हैं, जिन्हें करने या देखने के लिए आपका एडल्ट होना जरूरी होता है.
योग आसन हमारे पूरे शरीर और दिमाग को स्वस्थ्य रखने में हमारी मदद करते हैं, लेकिन आपसे कोई कहे कि कुछ योगासन करने या देखने के लिए आपका एडल्ट होना जरूरी है तो आप क्या सोचेंगे? आज हम आपको कुछ ऐसे ही योगासन के बारे में बताने जा रहे हैं, जिन्हें कोई व्यक्ति एक विशेष प्रयोजन के लिए करता है. साथ ही, इसे करने के लिए किसी व्यक्ति का एडल्ट होना बेहद जरूरी होता है. चलिए आज हम इन योगासन के बारे में जानते हैं.
ये योगासन करने के लिए एडल्ट होना है जरूरी
दरअसल, कुछ योगासन ऐसे होते हैं, जो सेक्स पावर को बढ़ाने के लिए किए जाते हैं. योग शरीर और मन के बीच संबंध स्थापित करने का माध्यम है. योग के जरिए आप दिमाग को किसी भी जगह फोकस करने के लिए ट्रेंड कर सकते हैं. यदि आप अपनी यौन ऊर्जा को विकसित करना चाहते हैं तो योग इस काम में भी आपकी मदद कर सकता है. द साइंस ऑफ योग किताब के अनुसार, योग के अभ्यास से हमारी यौन इच्छा या सेक्शुअल डिजायर पर भी असर पड़ता है क्योंकि योग के कारण हमारे पेल्विक एरिया में रक्त संचार बढ़ जाता है. दरअसल, सेक्स के लिए दिमाग और शरीर के बीच कंट्रोल बहुत जरूरी होता है, जो योगासन की मदद से किया जा सकता है. हालांकि सेक्स करने के लिए एडल्ट होना जरूरी है, इसलिए कहा जाता है कि इन आसनों को देखने के लिए भी आपका एडल्ट होना जरूरी है.
ये हैं योगासन के नाम
अधोमुख श्वानासन: पारंपरिक रूप से अधोमुख श्वानासन का अभ्यास पूरे शरीर में लचीलापन बढ़ाने और कमर या गर्दन में होने वाले किसी दर्द से राहत पाने के लिए किया जाता है. कमर और गर्दन दोनों ही जगह शरीर में बहुत संवेदनशील मानी जाती हैं. इन्हें छूने भर से यौन इच्छा को बढ़ाया जा सकता है. इस आसन से रक्त का संचार पेल्विस हिस्से में बढ़ जाता है, जबकि इस आसन को करते वक्त सिर नीचे होता है और दिमाग उत्तेजित हो जाता है.
भुजंगासन: विलियम ब्रॉड की पुस्तक द साइंस ऑफ योग के मुताबिक, भारत और रूस के वैज्ञानिकों ने इस आसन पर कई साल तक रिसर्च की है. इस दौरान वैज्ञानिकों ने यह समझने की कोशिश की कि भुजंगासन कैसे लोगों को सेक्शुअली प्रभावित करता है. रिसर्च में पाया गया कि कार्टिसोल नाम का हार्मोन शरीर में ब्लड प्रेशर और स्ट्रेस को बढ़ाता है. भुजंगासन के नियमित अभ्यास से शरीर में कार्टिसोल का उत्पादन 11 प्रतिशत कम हो जाता है, जबकि टेस्टोस्टेरोन का लेवल 16 प्रतिशत बढ़ जाता है. असल में पुरुषों की यौनेत्तेजना में इससे काफी असर पड़ता है.
बद्ध कोणासन: बद्ध कोणासन को लो लिबिडो या यौनेच्छा में कमी को दूर करने वाले सबसे आसान आसनों में से एक माना जाता है. ये आसन हमारे हिप्स को खोलकर पेल्विस हिस्से को एक्टिव बनाता है. ज्यादातर लोग दिन भर बैठकर काम करते हैं. इसकी वजह से हमारे शरीर का सारा लोड और टेंशन हमारे हिप्स पर ही होता है. जब हम बद्ध कोणासन का अभ्यास करते हैं तो यह टेंशन धीरे-धीरे मुक्त होने लगती है. हम अपने सेक्शुअल पार्टनर के साथ कहीं ज्यादा सहजता से मिल पाते हैं.
ये आसन भी करते हैं मदद
इनके अलावा गरुणासन, उपविष्ठ कोणासन, सेतु बंधासन, बिटिलासन और मार्जर्यासन भी व्यक्ति की सेक्स पावर बढ़ाने में मदद करते हैं.
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