Iran Hijab Controversy: ईरान में हिजाब को लेकर है बवाल, पढ़िए यहां महिलाओं के लिए और क्या क्या पाबंदी है?
Iran Hijab Controversy : ईरान में हिजाब विवाद शुरू हुआ 22 साल की ईरानी लड़की महसा की मौत से. दरअसल, ईरान की पुलिस ने महसा को इसलिए हिरासत में लिया क्योंकि उसने ठीक तरह से हिजाब नहीं पहना था.
Iran Hijab Controversy: ईरान में हिजाब को लेकर बीते कई महीनों से विवाद चल रहा है. इसी विवाद में शामिल होने को लेकर ईरान की सरकार ने एक और प्रदर्शनकारी को फांसी दे दी है. 23 साल के माजिद रेजा रेनवार्ड को गिरफ्तारी के महज 23 दिनों बाद ही फांसी दे दी गई. यह पूरा विवाद शुरू हुआ 22 साल की ईरानी लड़की महसा की मौत से. दरअसल, ईरान की पुलिस ने महसा को इसलिए हिरासत में लिया क्योंकि उसने ठीक तरह से हिजाब नहीं पहना था. महसा की पुलिस कस्टडी में ही रहस्यमय तरीके से मौत हो गई. इसके बाद पूरे ईरान में महिलाओं का गुस्सा फूट पड़ा. सड़कों पर प्रदर्शन शुरू हुए और देखते ही देखते ही है एक बड़े आंदोलन में तब्दील हो गया.
जिसके बाद इस आंदोलन में दुनिया भर की महिलाओं ने सोशल मीडिया के माध्यम से हिस्सा लिया. ईरान की महिलाओं ने सड़कों पर सरेआम अपने हिजाब जलाएं और इस घुटन से आजादी की मांग की. यह आंदोलन अभी भी ईरान में चल रहा है. लेकिन आज हम आपको बताएंगे कि हिजाब के साथ-साथ ईरान में महिलाओं के ऊपर और कौन-कौन सी पाबंदियां लगाई गई हैं.
बेटियों का उत्पीड़न
ईरान में कानून है कि एक पिता अपनी ही गोद ली हुई बेटी से शादी कर सकता है. सोचिए एक पिता जो बचपन से एक बच्ची को अपनी गोद में खिलाता हो, उसे छोटे से बड़ा होता हुआ देखता हो वह उससे शादी भी कर सकता है. साल 2013 में ईरान की सरकार ने इस प्रथा पर प्रतिबंध लगा दिया था. लेकिन बाद में जब वहां के धार्मिक कट्टरपंथी मौलानाओं ने इसका विरोध किया तो वहां की अदालत ने एक आदेश देकर ऐसी शादियों को अनुमति दे दी.
13 साल में करा दी जाती है शादी
ईरान में लड़कियों की शादी के लिए भी ऐसी उम्र तय की गई है जिसे जानकर आप हैरान रह जाएंगे. जिस उम्र में आपके घर की बच्चियां स्कूल जाकर पांचवी छठी क्लास में पढ़ाई करती हैं, उस उम्र में ईरान की बच्चियों की शादी करा दी जाती है. एक समय में ईरान में बच्चियों की शादी की उम्र 9 साल निर्धारित की गई थी. हालांकि बाद में इसे बदलकर 13 साल कर दिया गया. सबसे बड़ी बात किए कि ईरानी महिला सिर्फ एक बार ही शादी कर सकती है. जबकि एक ईरानी पुरुष अधिकतम 4 महिलाओं से शादी कर सकता है.
तलाक में भी भेदभाव
ईरान में अगर एक पुरुष चाहे तो अपनी पत्नी को सिर्फ तलाक बोलकर तलाक दे सकता है. जबकि, एक पत्नी अगर अपने पति से तलाक चाहे तो उसे या तो अदालत की मदद लेनी होगी या फिर काजी की.
विदेश घूमने जाना है तो लेनी होगी परमिशन
ईरान की महिलाओं को अगर अपने देश से बाहर जाना है तो उन्हें अपनी विदेश यात्रा के लिए अपने पति से पहले अनुमति लेनी पड़ती है. इसके साथ ही ईरान की महिलाओं को ढीले ढाले कपड़े पहनने को कहा जाता है. अगर कोई महिला इसका उल्लंघन करती है तो ईरान की पुलिस को उस महिला को पीटने और उसे 6 महीने तक जेल में रखने का अधिकार है.
डांस नहीं कर सकती महिलाएं
ईरान में महिलाओं पर पाबंदी है कि वह सार्वजनिक रूप से डांस नहीं कर सकतीं. उन्हें केवल तभी डांस करना है जब वह महिलाओं के बीच उपस्थित हों. इसके साथ ही अगर कोई ईरानी महिला अपना म्यूजिक एल्बम लॉन्च कराना चाहती है तो उसे सरकार से विशेष अनुमति लेनी पड़ती है.
महिलाओं पर नजर रखने के लिए 'गश्त-ए-इरशाद'
ईरान में महिलाओं पर नजर रखने के लिए साल 2005 में गश्त-ए-इरशाद का गठन किया गया. यह एक तरह की पुलिस टुकड़ी है जो शहरों में ईरान की महिलाओं पर नजर रखती है कि वह कानून के मुताबिक कपड़े पहन रही हैं या नहीं या वह महिलाओं पर लगे प्रतिबंधों का पालन कर रही हैं या नहीं. अगर कोई इनका पालन नहीं करता तो यह पुलिस उन्हें सजा देती है. एक रिपोर्ट के मुताबिक हर साल यह पुलिस लगभग 36 लाख ईरान की महिलाओं को गिरफ्तार करती है.
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