पाकिस्तान की हालत हर बीतते दिन के साथ और ज्यादा खराब होती जा रही है. महंगाई पाकिस्तान में इस वक्त अपनी चरम पर है. पाकिस्तानी रुपया बुरी तरह से गिर रहा है, जिसकी वजह से फिलहाल एक डॉलर की कीमत 250 पाकिस्तानी रुपए के बराबर हो गई है. हालांकि, अभी भी पाकिस्तानी रुपया इतना कमजोर नहीं हुआ है कि वह दुनिया की सबसे कमजोर मुद्रा हो जाए. लेकिन आज हम आपको इस आर्टिकल में एक ऐसे मुस्लिम देश की कहानी बताएंगे जहां अगर आपको दूध और अंडा भी लेना है तो बोरी भरकर पैसा ले जाना होगा. इसके साथ ही हम आपको बताएंगे दुनियाभर के तमाम उन देशों के बारे में जिनकी करेंसी डॉलर के मुकाबले बेहद कमजोर है.
सबसे कमजोर किस देश की करेंसी है
विश्व में सबसे कमजोर करेंसी की बात करें तो डॉलर के मुकाबले यह करेंसी ईरान की रियाल है. एक डॉलर की कीमत ईरानी रियाल में लगभग 42250 रुपए है. साल 2022 के खत्म होते समय ईरानी रियाल को दुनिया की सबसे कमजोर करेंसी माना गया था. इसकी सबसे बड़ी वजह है ईरान से तेल के निर्यात पर वैश्विक पाबंदियां हैं. इसके साथ ही इस देश को सियासी तौर पर बेहद कमजोर माना जाता है, क्योंकि इस देश की लीडरशिप को कभी भी स्थिर नहीं माना गया.
इंडोनेशियाई मुद्रा की भी हालत खराब है
इंडोनेशिया दुनिया का एक ऐसा देश है जहां सबसे ज्यादा मुस्लिम आबादी रहती है. लेकिन इस देश की भी हालत बीते कुछ समय से काफी खराब है. यहां की मुद्रा लगातार गिर रही है, जिसकी वजह से आज एक 1 डॉलर के बराबर 14,365 इंडोनेशियाई रुपया है. हालांकि, बीते 2 सालों में इंडोनेशिया की मुद्रा में सुधार जरूर देखने को मिला है. लेकिन यह सुधार इतना नहीं है देश की आर्थिक स्थिति ठीक कर सके.
वियतनाम की भी स्थिति खराब है
साल 2022 में जब दुनिया के तमाम देशों की करेंसी की रिपोर्ट आई तो उसमें वियतनाम की करेंसी डोंग को भी बेहद कमजोर मुद्रा बताया गया. दरअसल, 1 डॉलर के बराबर वियतनाम डोंग लगभग 22650 होता है. वियतनाम की अर्थव्यवस्था धीरे-धीरे टूट रही है. यह एक छोटा सा देश है जो दुनिया भर के निवेशकों को अपनी ओर आकर्षित नहीं कर पा रहा है. कमजोर मुद्रा की वजह से वियतनाम में इस वक्त महंगाई दर काफी ज्यादा है.
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