Smoking Side Effects: सिगरेट और बीड़ी जैसी चीजें शरीर के लिए कितनी खतरनाक हैं ये उनके पैकेट पर ही छपा होता है. जब आप इसका कश ले रहे होते हैं, उस समय आप कैंसर जैसी जानलेवा बीमारियों को दावत दे रहे होते हैे. हालांकि ये कितनी घातक है इसे जानने के बाद भी इसे पीने के शौकीन इन्हें नहीं छोड़ पाते. ऐसे में कई लोगों के मन में ये सवाल भी उठता है कि आखिर बीड़ी ज्यादा खतरनाक होती होगी या सिगरेट? चलिए आज इस सवाल का जवाब जान लेते हैें.


बीड़ी खतरनाक होती है या सिगरेट?
भारत में सिगरेट से ज्यादा संख्या बीड़ी पीने वाले लोगों की है. कई लोगों की जिंदगी में तो ये बेहद जरूरी हो गई है. वैसे सिगरेट के पैकेट पर तो साफतौर पर चेतावनी लिखी होती है, लेकिन मेडिकल रिपोर्ट्स के अनुसार, बीड़ी के पैकेट पर जरूरी चेतावनी की कमी होती है. 


ऐसे में यदि आपके मन में ये सवाल उठता है कि सिगरेट और बीड़ी में से ज्यादा खतरनाक क्या होता है तो बता दें कि बीड़ी एक ज्वलनशील तंबाकू उत्पाद है. इसके धुएं में सिगरेट के मुकाबले 3 से 5 गुना ज्यादा निकोटीन होता है. जो खतरनाक होता है. बीड़ी पीने से मुंह, फेफड़े, पेट और ग्रासनली के कैंसर का खतरा कई गुना बढ़ जाता है. ऐसे में साफतौर पर कहें तो खतरनाक तो दोनों ही होते हैं, लेकिन बीड़ी पीने वालों को सिगरेट पीने वालों की अपेक्षा बीमारियों का खतरा कई गुना ज्यादा होता है.


ग्रामीण क्षेत्रों में ज्यादा है बीड़ी का चलन
यदि बात अपने देश की करें तो हमारे देश में धूम्रपान स्वास्थ्य के लिए बड़ी समस्या है. पफ्ड सिगरेट नहीं देश के ग्रामीण क्षेत्रों में बीड़ी का चलन जोखिम से भरा हुआ है. इससे लोगों को कई तरह की बीमारियां हो रही हैं. ग्लोबल एडल्ट टोबैको सर्वे इंडिया की 2016-17 में एक रिपोर्ट आई थी. जिसमें बताया गया था कि भारत में 15 साल और उससे अधिक उम्र के लगभग 267 मिलियन वयस्क लोग तंबाकू का सेवन करते हैं. देश में तंबाकू से ज्यादा खैनी, गुटखा, तंबाकू और जर्दा का इस्तेमाल होता है. बता दें तंबाकू चबाने को मुंह का कैंसर काफी खतरनाक हो जाता है.


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