देशभर में भीषण गर्मी पड़ रही है. गर्मी से निजात पाने के लिए कोई एसी का सहार ले रहा है, तो कोई ठंडे पानी का सहारा ले रहा ले रहा है. कुछ लोग गर्मी से परेशान होकर स्विमिंग पूल में नहाने चले जाते हैं. लेकिन क्या आप जानते हैं कि स्विमिंग पूल के पानी को साफ करने के लिए क्लोरीन केमिकल का इस्तेमाल किया जाता है. जानिए क्लोरीन केमिकल से शरीर में क्या नुकसान होते हैं. 


स्विमिंग पूल


गर्मी के दिनों में गर्मी से निजात पाने के लिए बहुत लोग स्विमिंग पूल का सहारा लेते हैं. लेकिन क्या आप ये बात जानते हैं कि स्विमिंग पूल का पानी बार-बार बदलना संभव नहीं होता है, इसलिए पानी को साफ रखने के लिए फिल्टर और क्लोरीन केमिकल का इस्तेमाल किया जाता है. लेकिन सवाल ये है आखिर क्लोरीन वाले पानी में नहाने से शरीर को क्या-क्या नुकसान होता है. 


आंखों में जलन


गर्मी के कारण अधिकांश लोग बहुत देर तक स्विमिंग पूल में रहते हैं. लेकिन जब वो नहाकर स्विमिंग पूल से निकलते हैं, तो उनकी आंखों में जलन महसूस होता है. दरअसल इसके पीछे की वजह स्विमिंग पूल के पानी में मौजूद क्लोरीन और यूरिन है. 


जर्मनी के कुछ वैज्ञानिकों ने अपने रिसर्च में दावा किया था कि क्लोरीन या फिर यूरिन की वजह से नहीं बल्कि पानी में मौजूद क्लोरीन में यूरिन के मिल जाने से बनने वाले क्लोरैमाइन नामक सब्सटेंस की वजह से लोगों की आंखों में जलन होती है. दरअसल यह एक प्रकार से अमोनिया जैसा होता है. इसके साथ ही स्विमिंग पूल के पानी में मौजूद क्लोरीन के साथ इंसानी शरीर का पसीना मिलने के बाद भी क्लोरैमाइन बनता है.


बता दें कि स्विमिंग पूल के पानी में अक्सर बहुत सारे बैक्टीरिया आ जाते हैं. जिसको दूर करने के लिए पानी में क्लोरीन मिलाया जाता है. क्लोरीन एक काफी स्ट्रांग केमिकल होता है. कभी कभार इससे बॉडी पर रेसेज आ जाते हैं और खुजली होने लगती है. अगर स्विमिंग पूल में नहाने के दौरान आपके शरीर में खुजली होता है, तो आपको समझ जाना चाहिए कि ये क्लोरीन वाले केमिकल पानी के कारण हुआ है. हालांकि इससे ज्यादा दिक्कत नहीं होती है. लेकिन शरीर में अगर दिक्कत ज्यादा बढ़ती है, तो एक बार डॉक्टर से सलाह लेना चाहिए. क्योंकि कुछ लोगों के शरीर पर लाल रंग के धब्बे पड़ जाते हैं और उसमें खुजली होती है. 


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