क्या कैलासा सच में देश है? जानिए कैसे बनता है एक नया देश
उरुग्वे सम्मेलन के दौरान मुख्य रूप से 4 शर्तों का जिक्र किया गया और कहा गया कि जब तक इन चार शर्तों का पालन नहीं होगा किसी भी स्थान को नया देश घोषित नहीं किया जाएगा.
इस वक्त भारत समेत पूरी दुनिया में भगोड़े नित्यानंद के तथाकथित देश कैलासा की खूब चर्चा है. नित्यानंद ने अपने देश कैलासा में लोगों को ऑनलाइन माध्यम से नागरिकता देनी भी शुरू कर दी है. लेकिन क्या यह सब इतना आसान होता है. क्या कोई भी व्यक्ति एक आईलैंड खरीदकर उसे एक देश घोषित कर सकता है. शायद ऐसा नहीं है. क्योंकि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर दुनिया में कई ऐसे कानून हैं जिनके अंतर्गत आने के बाद ही किसी जगह को एक देश का दर्जा मिलता है.
पूरी दुनिया में इस समय करीब 200 से ज्यादा देश हैं, ऐसे में एक नए देश को बनाने की प्रक्रिया बेहद जटिल है. अगर कोई एक जमीन के हिस्से को देश घोषित करता है तो उसे दुनिया के तमाम देश इतनी आसानी से मान्यता नहीं देते हैं. आपको याद होगा साल 2011 में जब दक्षिण सूडान को एक नया देश बनाने की बात की गई तो कितनी अड़चनों का सामना करने के बाद 9 जुलाई को यह फैसला किया गया कि दक्षिण सूडान अब एक नया देश बनेगा.
कैसे बनता है एक नया देश
इस सवाल का जवाब जानने से पहले आपको किसी जगह को नया देश घोषित करने के पीछे बने एक अंतरराष्ट्रीय कानून के बारे में जानना होगा. साल 1935 में 26 दिसंबर को उरुग्वे की राजधानी मोंटेवीडियो में एक सम्मेलन हुआ. इस सम्मेलन के दौरान मुख्य रूप से 4 शर्तों का जिक्र किया गया और कहा गया कि जब तक इन चार शर्तों का पालन नहीं होगा किसी भी स्थान को नया देश घोषित नहीं किया जाएगा. इसके साथ ही नए देश को संयुक्त राष्ट्र संघ से मान्यता लेना भी अनिवार्य किया गया.
क्या थीं वो चार शर्तें
उन 4 शर्तों में पहली शर्त थी कि नए देश को मान्यता तभी मिलेगी जब वहां पर एक स्थाई जनसंख्या हो. दूसरी शर्त यह थी कि उस नए देश के पास एक तय क्षेत्र फल या ज्योग्राफिकल एरिया होना चाहिए. तीसरी शर्त यह थी कि वहां एक सरकार या फिर कोई गवर्निंग बॉडी होनी चाहिए. और अंतिम शर्त यह थी कि जिस क्षेत्र को नया देश घोषित किया जाए उसके दूसरे राष्ट्रों से अच्छे संबंध होने चाहिए. इन चार शर्तों को पूरा करने के बाद उस नए देश को संयुक्त राष्ट्र संघ से मान्यता मिलती है. यह पूरी प्रक्रिया जब संपन्न होती है तभी किसी नए देश का निर्माण होता है.
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