जो सोने की परत मिठाई पर चढ़ती है क्या वो असली होता है?
आपने अक्सर मिठाईयों पर सोने की परत चढ़ी देखी होगी, लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि क्या वो असली होती है? चलिए जान लेते हैं.
मिठाईयों में अक्सर सोने-चांदी की लेयर चढ़ाई जाती है, जिससे उनकी खूबसूरती और स्वाद दोनों ही बढ़ जाता है. ऐसे में कभी आपने सोचा है कि सोने की जो लेयर आप मिठाईयों में चढ़ी देखते हैं वो असल में कितनी असली होती हैं. आज हम आपको इस सोने की परत के बारे में हर वो चीज बताएंगे जो आप जानना चाहते हैं.
मिठाई पर चढ़ी सोने की लेयर कितनी असली होती है?
बता दें मिठाई पर चढ़ी सोने की परत चांदी की परत की ही तरह असली होती है. हालांकि कुछ जगहों पर अब ये नकली भी बनाई जाने लगी है. इस परत को कारीगर बढ़ी ही मेहनत से तैयार करते हैं. सोने की ये परत खाने पीने की चीजों के साथ आयुर्वेदिक देसी दवाइयों में भी इस्तेमाल की जाती आ रही है.
कैसे तैयार होती है सोने की परत?
एक चांदी के वर्क को तैयार करने के लिए लगभग 3 घंटे की कुटाई और उसे सही आकार देने में भी लगभग 3 घंटे लगते हैं. इस तरह 10 ग्राम चांदी से लगभग 150 वर्क तैयार किए जा सकते हैं. लेकिन चांदी के वर्क के मुकाबले में सोने के वर्क में ज्यादा मेहनत करनी होती है. चांदी के मुकाबले सोना महंगा और थोड़ा मजबूत होता है.
इस लिहाज से उसकी कुटाई में और वक्त लगता है. सोने के वर्क को तैयार करने में 6 घंटे का समय कुटाई में लग जाता है. इसके अलावा 3 घंटे का समय उसे आकार देने में लगता है. ये काम खासतौर पर महिलाएं करती हैं. वहीं इसकी कुटाई का काम पुरुष करते हैं. इस तरह 10 ग्राम सोने से तैयार होने वाले 150 वर्क में 8 से 9 घंटे का समय आराम से लग जाता है.
कारीगरों की बढ़ी चुनौतियां
वक्त के साथ ये काम करने वाले कारीगरों की चुनौतियां भी खासी बढ़ी हैं. ऐसे में अब भी कई लोग इस काम में जुटे हुए हैं, लेकिन मजदूरी के नाम पर उन्हें 250 से 300 रुपये मिलते हैं. जो आज के दौर में काफी कम है.
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