क्या आर्मी की अलग-अलग रेजिमेंट में अलग-अलग होती है सैलरी, जानें कितना होता है अंतर?
Army Regiment Salary: सेना के जवानों में अलग-अलग रेजिमेंट के जवान शामिल होते हैं, जिनकी तनख्वाह भी अलग होती है. लेकिन क्या सैलरी को अलग-अलग रेजिमेंट के आधार पर बांटते हैं? यहां जानिए.

देश की सेवा करने का जज्बा हर कोई रखता है. देश का बच्चा बच्चा बड़े होकर सेना में जाने का ख्वाब जरूर देखता है. किसी का ख्वाब पूरा हो जाता है, तो किसी का अधूरा रह जाता है. इंडियन आर्मी में जाना किसी बड़े सम्मान से कम नहीं होता है. इंडियन आर्मी में अलग-अलग रेजिमेंट होती है और हर रेजिमेंट की अपनी खासियत होती है. कोई किसी चीज में महारथ होता है तो किसी का किसी चीज में हाथ मजबूत होता है. लेकिन क्या इंडियन आर्मी में अलग-अलग रेजिमेंट की सैलरी भी अलग होती है, आइए जानें.
क्या है रेजिमेंट?
भारत के लाखों युवा आर्मी ज्वाइन करना चाहते हैं, इसके लिए उनको बड़े कठिन पैमानों से होकर गुजरना पड़ता है. भारतीय सेना को अलग-अलग दलों में बांटा गया है, जिसको कि रेजीमेंट कहा जाता है. ये सभी रेजिमेंट मिलकर थल सेना बनती है. भारतीय सेना में फिलहाल 27 इन्फेंट्री रेजिमेंट हैं, जो कि पैदल युद्ध में माहिर होती हैं. ये घोड़े के अलावा दूसरे सैन्य वाहनों का भी इस्तेमाल करती हैं. देश में आपको जाति, क्षेत्र और कम्युनिटी के आधार पर रेजिमेंट देखने को मिलती है. रेजिमेंट बनने का इतिहास 1857 की क्रांति से जुड़ा हुआ है.
अलग रेजिमेंट में अलग-अलग होती है सैलरी?
अब सभी को लगता होगा कि अगर सेना में रेजिमेंट अलग है तो सैलरी भी अलग-अलग होगी. लेकिन ऐसा नहीं है, भारतीय सेना में सैलरी रेजिमेंट के आधार पर नहीं बल्कि रैंक और एक्सपीरियंस के आधार पर बंटी होती है. भारतीय सेना में जवान से लेकर जनरल तक सभी को सैलरी सातवें लेतन आयोग के तहत मिलती है. इसी के तहत उनको सारी सुविधाएं भी दी जाती हैं. सेना में 17 से ज्यादा पद होते हैं. सबसे निचला पद सिपाही का होता है. इनकी सैलरी लगभग 26900-27100 रुपये तक होती है.
कितनी होती है सेना में सैलरी
सेना में सिपाही के बाद लास नायक का पद आता है. इनकी सैलरी 30,000, नायक की सैलरी 35,000, हवलदार की सैलरी 40,000, नायक सूबेदार की 45,000, सूबेदार की 50,000 और सूबेदार मेजर को 65,000 रुपये तनख्वाह मिलती है. आर्मी में ऑफिसर रैंक की शुरुआत लेफ्टिनेंट से होती है. इनमें लेफ्टिनेंट से लेकर कैप्टन, मेजर और लेफ्टिनेंट कर्नल शामिल होते हैं, जिनकी तनख्वाह 56,100 से 2,12,400 रुपये प्रति महीने होती है. कर्नल से लेकर लेफ्टिनेंट जर्नल तक की सैलरी 1,30,600 से 2,24,100 तक होती है. बेसिक सैलरी के अलावा अलग से भत्ते भी मिलते हैं.
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