आज के समय में जहां लोगों को अपना जेंडर पसंद नहीं आता तो वो अपना जेंडर चेंज करवा लेते हैं, ऐसे में अक्सर मन में सवाल आता है कि क्या जेंडर चेंज करवाने के दौरान उनकी आवाज भी चेंज हो जाती है? चलिए जान लेते हैं.
जेंडर चेंज करवाने के बाद आवाज भी बदल जाती है?
बता दें कि ऐसा नहीं होता कि जेंडर चेंज करवाने के बाद आवाज भी चेंज हो जाए, बल्कि इसके लिए एक अलग सर्जरी करवानी होती है. जिसे वॉइज चेंज सर्जरी कहते हैं. इस सर्जरी के लिए डॉक्टर का कहना होता है कि वो सर्जरी के बाद एक हफ्ते सर्जरी करवाने वाले इंसान को कुछ बोलना नहीं होता है. इसके कुछ समय बाद डॉक्टर्स स्पीच थैरेपी भी लेते हैं.
क्या होती है जेंडर चेंज करवाने की प्रोसेस?
अमूमन जेंडर चेंज करवाने की प्रोसेस काफी लंबी और खर्चीली मानी जाती है. साइकोलॉजिकल असेसमेंट के बाद मरीज की हार्मोन थेरेपी की जाती है. उसके शरीर में हार्मोन बदलने की दवाएं इंजेक्शन के जरिए डाली जाती हैं. इसके बाद शरीर में हार्मोनल बदलाव होते हैं और इसके बाद ही सर्जरी की जा सकती है.
महिला को अगर पुरुष बनना है तो 33 तरह की मेडिकल प्रोसेस हैं और पुरुष को महिला बनना है तो उसे 18 तरह की मेडिकल प्रोसेस से गुजरना पड़ता है. शरीर में हार्मोनल बदलाव के बाद सर्जरी के जरिए महिला या पुरुष को प्राइवेट पार्ट की शेप को बदला जाता है. प्राइवेट पार्ट के साथ साथ मरीज के फेस, बाल, कान के शेप और यहां तक कि नाखून के शेप भी बदल दिए जाते हैं. यदि पुरुष महिला बनने के लिए प्रोसेस करवा रहा है तो उसके शरीर के ही मांस की मदद से उसके ब्रेस्ट बना बनाए जाते हैं. ब्रेस्ट बनाने की सर्जरी लगभग 4-5 घंटे का समय लेती है. आमतौर पर लोग पुरुष से महिला बनने के लिए सारे प्रोसीजर फॉलो ना करके कुछ जरूरी प्रोसेस करते हैं.
कितना समय लगता है?
यदि इन पूरे 18 प्रोसेस को फॉलो किया जाए तो इस प्रोसेस में 3 साल तक का समय लग जाता है. /of महिला पुरुष बनना चाहती है तो उसके प्राइवेट पार्ट को बनाने, शेप देने, ब्रेस्ट हटाने और बाकी अंगों को शेप देने का काम काफी जटिल होता है. इस प्रोसेस में काफी समय लगता है और ये काफी खर्चीली भी होती है.
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