गर्मियां शुरू हो गई हैं और लोग अब अपने साथ पानी को बोतल ले कर ऑफिस जाने लगे हैं. बच्चे भी स्कूल जाते समय अपने साथ पानी की बोतल ले जाना नहीं भूलते...अगर हम ये कहें की घर से बाहर निकलने वाला हर इंसान अपने साथ गर्मियों में एक प्लास्टिक की बोतल में पानी भर के ही निकलता है तो ये गलत नहीं होगा. फ्रिज में भी अक्सर लोग प्लास्टिक के बोतल में ही पानी भर कर रखते हैं. अगर इनमें से किसी भी बात का आपसे ताल्लुक है तो आपको सावधान हो जाने की जरूरत है, क्योंकि हाल ही में हुए एक रिसर्च में ये बात सामने आई है कि जिस बोतल से आप रोज पानी पीते हैं, उसमें एक टॉयलेट सीट से भी ज्यादा बैक्टीरिया मौजूद हैं जो आपको बेहद बीमार बना सकते हैं.
पूरी रिसर्च क्या कहती है
अमेरिका की वॉटर प्यूरीफायर और ट्रीटमेंट पर काम करने वाली कंपनी waterfilterguru ने दोबारा इस्तेमाल की जाने वाली पानी की बोतलों पर एक टेस्ट किया, इसमें इन बोतलों के सभी पार्ट्स का तीन बार टेस्ट किया गया और पता चला कि इनमें ग्राम निगेटिव रॉड और बैसिलस जैसे बैक्टीरिया होते हैं. ये इतने खतरनाक होते हैं कि आपको गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल समस्याओं का शिकार बना सकते हैं. यहां तक की ये बाक्टीरिया घाव, निमोनिया और सर्जिकल साइट इंफेक्शन का प्रमुख कारण भी बनता है. यहां तक इन बैक्टीरिया से होने वाली बीमारियों पर एंटीबायोटिक भी ज्यादा असर नहीं कर पाते हैं.
बचने के लिए क्या करें
विशेषज्ञों का कहना है कि इससे बचने का सबसे आसान तरीका है कि आपको अपनी बोतल को दिन में कम से कम एक बार साबुन के पानी से धुलना चाहिए. अगर आप अपने बोतल को मुंह लगा कर पीते हैं तो बोतल का धोना और भी ज्यादा जरूरी हो जाता है, क्योंकि ऐसा करने से बैक्टीरिया और भी ज्यादा तेजी से पनपते हैं. वहीं अगर आप अपने बोतल में को ऐसी चीज रखते हैं जो मीठी हो तो अपना बोतल साबुन से जरूर धुलें. इसके साथ ही इससे बचने का एक आसान सा तरीका ये भी है कि आप प्लास्टिक की बोतल की जगह कांच के बोतल का इस्तेमाल करें.
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