इजरायल और हमास के बीच 7 अक्टूबर से ही जंग जारी है. पहला हमला हमास के लड़ाकों ने 7 अक्टूबर की सुबह किया, जिसमें कई इजराइली मारे गए और कई यहूदी बंधक बना लिए गए. लेकिन इसके बाद से जब इजरायल ने पलटवार किया तो पूरा गाजा पट्टी कब्रिस्तान में बदल गया. अब हालात ये हैं कि वहां सिर्फ खंडहर ही बचे हैं. वहां के आम शहरी अब उत्तरी गाजा को तेजी से खाली कर रहे हैं. इजरायल हमास के लड़ाकों को ढूंढ ढूंढ के खत्म कर रहा है. लेकिन इसी लड़ाई के बीच जो ए नाम बेहद चर्चा में है वो है नुकभा लड़ाकों का. चलिए आपको बताते हैं कि आखिर ये लड़ाके कौन हैं और इनका हमास से क्या लेना देना है.


कौन हैं नुकभा लड़ाके


हमास एक बड़ा संगठन है, इसलिए इसके अंदर भी छोटे छोटे ग्रुप हैं. इजरायल पर हमास के जिस गुट ने हमला किया वो है इज अल-दीन अल-कसम ब्रिगेड. नुकभा इसी ब्रिगेड के सबसे खुंखार लड़ाके हैं. इनके अंदर इंसानियत नहीं होती. इनका टार्गेट होता कि सामने जो भी आए उसे खत्म करते हुए आगे बढ़ा जाओ. इसके लड़का इतने खतरनाक होते हैं कि ये बच्चों और बुजुर्गों को भी नहीं छोड़ते.


इजरायल के लिए खतरा


ये लड़ाके इजरायल के लिए हमेशा से मुसीबत रहे हैं. इजरायल इससे पहले भी इनसे लड़ता रहा है और इन्हें ढूंढ ढूंढ कर खत्म करता रहा है. दरअसल, ये गुट अपने ब्रिगेड की कमांडो मानी जाती है. यानी सबसे निडर और सबसे खुंखार. इनकी ट्रेनिंग आम लड़कों से कहीं ज्यादा खतरनाक तरीके से होती है. ये लड़ाके हर तरह के हथियार चलाने में माहिर होते हैं. ये गुरिल्ला वॉर में विश्वास रखते हैं.


नुकभा लड़ाकों की भर्ती कैसे होती है


हमास अपने सभी लड़ाकों को इज अल-दीन अल-कसम ब्रिगेड के जरिए भर्ती करता है. लेकिन भर्ती ट्रेनिंग के दौरान वो कुछ लड़कों को चुन कर अलग कर लेता है. ये लड़के आम लड़कों से ज्यादा मजबूत और मानसिक रूप से खुंखार होते हैं. इन्हें ही बाद में नुकभा लड़ाका बना दिया जाता है. ये बिल्कुल वैसे ही है जैसे किसी देश की आर्मी में स्पेशल फोर्स के लिए जवानों का चयन होता है. हालांकि, हमास एक चरमपंथी संगठन है जो इजरायल में आए दिन बेगुनाहों की हत्या करता है.


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