दुनिया का ऐसा देश जहां खाली पड़े हैं जेल, एक लाख की आबादी पर हैं सिर्फ 50 कैदी
नीदरलैंड दुनिया का शायद पहला ऐसा देश होने वाला है जहां धीरे-धीरे जेल बंद करने का सिलसिला शुरू हो गया है. दरअसल, साल 2013 से ही यहां के जेलों में लगातार कैदियों की संख्या कम हो रही है.
भारतीय जेलों की स्थिति तो आप देखे ही रहे होंगे. यहां की जेलों में मुजरिम इतने ज्यादा हो गए हैं कि उन्हें रख पाना मुश्किल हो रहा है. लेकिन क्या आपको पता है कि दुनिया में एक ऐसा देश है जहां के जेल अब पूरी तरह से खाली हो गए हैं. वहां के बड़े बड़े जेलों में अब चुनिंदा कैदी ही बचे हुए हैं. आज हम बात कर रहे हैं नीदरलैंड की और इस आर्टिकल में हम आपको उसी देश से जुड़े कुछ बेहतरीन और दिलचस्प तथ्य बताने वाले हैं.
नीदरलैंड में खत्म हो रहा है जेलों का सिलसिला
नीदरलैंड दुनिया का शायद पहला ऐसा देश होने वाला है जहां धीरे-धीरे जेल बंद करने का सिलसिला शुरू हो गया है. दरअसल, साल 2013 से ही यहां के जेलों में लगातार कैदियों की संख्या कम हो रही है. ऐसे में प्रशासन ने फैसला किया कि अब धीरे-धीरे जेलों को बंद कर दिया जाएगा और इन्हें शरणार्थियों के लिए स्थाई आवास में बदल दिया जाएगा.
इस देश में ऐसा क्यों हो रहा है
अब सवाल उठता है कि आखिरकार इस देश में ऐसा क्या हुआ कि यहां के जेलों में कैदियों की संख्या ही नहीं बढ़ रही है. दरअसल, इसके पीछे जो सबसे बड़ा तंत्र काम कर रहा है वह है डच जस्टिस सिस्टम जिसके तहत कैदियों को सजा देने के बजाय उनका मनोवैज्ञानिक तरीके से इलाज किया जाता है और उनके दिमाग में बैठे अपराधिक प्रवृति को खत्म किया जाता है. इसी वजह से इस देश में अपराध भी कम हुए हैं और कैदियों की आपराधिक मनोवृति में भी तेजी से कमी आ रही है.
एक लाख पर 50 कैदी
नीदरलैंड मैं अपराध इतना कम हो गया है इसका अंदाजा आप इसी बात से लगा सकते हैं कि साल 2016 में नीदरलैंड की सरकार की तरफ से एक स्टडी कराई गई थी जिसमें यह बात निकलकर सामने आई कि यहां एक लाख की आबादी पर महज 50 कैदी ही बचे हैं. सोचिए यह स्टडी 2016 की है और आज 2023 चल रहा है ऐसे में इस संख्या में और भी ज्यादा गिरावट दर्ज की गई होगी.
दूसरे देश से भेजे जा रहे हैं कैदी
नीदरलैंड में जेल व्यवस्था चलती रहे इसलिए यहां की जेलों में अब उसके पड़ोसी देश नार्वे से कैदी लाए जा रहे हैं. दरअसल, नार्वे में अपराध की दर नीदरलैंड के मुकाबले काफी ज्यादा है और वहां कैदियों को रखने के लिए जेलों की कमी है. इसलिए अब नॉर्वे से कुछ कैदियों को नीदरलैंड की जेलों में रखा जा रहा है.
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