कोई महल नहीं है जयपुर की शान हवामहल... सिर्फ इस काम के लिए बनाई गई थी ये बेहतरीन इमारत
राजस्थान अजूबोें का राज्य है. जहां एक से बढ़कर एक इमारतें आपको अचंंभित कर सकती हैं, लेकिन आपको जानकर आश्चर्य होगा कि जिस हवा महल को आप महल मानते आ रहे हैं असल में वो कोई महल है ही नहीं.
राजस्थान में कई अजूबे हैं, उन्हीं में से एक हवा महल है. उदयपुर में स्थित ये बहुत ही आकर्षक स्थल है. जो अपनी वास्तुकला के लिए जाना जाता है. इसका बाहरी डिजाइन देखने में काफी सुंदर लगता है. जहां गुलाबी रंग की ये इमारत जालीदार खिड़कियों और बालकनियों से भरी है, लेकिन क्या आप जानते हैं कि इस इमारत का निर्माण किस काम के लिए किया गया था और ये कोई महल नहीं है.
क्यों बनवाया गया था हवा महल?
हवा महल नाम सुनते ही आपके दिमाग में आया होगा कि इसे हवा का आनंद लेने के लिए बनवाया गया होगा, लेकिन यदि आप भी ऐसा सोचते हैं तो बता दें आप गलत हैं. दरअसल हवा महल का निर्माण एक खास काम के लिए करवाया गया था और ये कोई महल नहींं है. बल्कि ये वास्तव में सवाई जय सिंह द्वारा निर्मित सिटी पैलेस के पीछे का विस्तार है, जो महिलाओं के क्वार्टर से जुड़ा है. महाराजा प्रताप सिंह ने सिटी पैलेस के पीछे के हिस्से को बढ़ाकर इसे महिलाओं के लिए बनवाया था.
क्यों महिलाओं के लिए बढ़ाया गया सिटी पैलेस?
दरअसल राजपुताना महिलाओं को खुद को ढंककर रखना पड़ता था और उन्हें पुरुषों के साथ घुलने-मिलने की अनुमति नहींं थी. ऐसे में सवाई प्रताप सिंह ने इस इमारत में विशेष रूप से वो साऱी सुविधाएं रखवाईं जिससे सिटी पैलेस की महिलाएं गली दिखे बिना गली में चल रहे आम जीवन को देख सकें और शहरी जीवन का निरीक्षण कर सकें.
इस महल में इसके लिए 953 खिड़कियां रखी गईं. बता दें भले ही हवा महल इसे देखने पर सामने से भव्य दिखता हो, लेकिन बता दें कि उसमें जहां से घुसा जाता है वो कोई द्वार नहीं है बल्कि महल के पीछे का हिस्सा होता है. इस इमारत का निर्मा 1799 में करवाया गया था जो आज भी जयपुर की शान बनकर खड़ा हुआ है.
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