वेंटिलेटर के जरिए कोई मरीज कितने साल तक जी सकता है? इस व्यक्ति ने बनाया वर्ल्ड रिकॉर्ड
जानुज स्वित्ज के बारे में कहा जाता है कि जब वह मात्र 17 साल के थे, तब उनके सभी अंगों ने काम करना बंद कर दिया था. यहां तक कि वो सांस भी नहीं ले पा रहे थे.
वेंटिलेटर का इस्तेमाल किसी मरीज के लिए तब किया जाता है जब उसके जिंदा रहने के चांसेज बहुत ज्यादा कम होते हैं. इसीलिए इसका इस्तेमाल बेहद क्रिटिकल कंडीशन वाले पेशेंट के साथ किया जाता है. लेकिन अब सवाल उठता है कि आखिर वेंटिलेटर के सहारे कोई व्यक्ति कितने समय तक जिंदा रह सकता है. चलिए आज आपको इसी से जुड़ी एक खबर देते हैं, जिसमें वेंटिलेटर के सहारे एक व्यक्ति तीस साल तक जिंदा रहा.
कौन है ये इंसान
हम जिस व्यक्ति की बात कर रहे हैं, उसका नाम है जानुज स्वित्ज (Janusz switaj). जानुज स्वित्ज के बारे में कहा जाता है कि जब वह मात्र 17 साल के थे, तब उनके सभी अंगों ने काम करना बंद कर दिया था. यहां तक कि वो सांस भी नहीं ले पा रहे थे. डॉक्टर ने स्थिति की गंभीरता को देखते हुए जानुज स्वित्ज को वेंटिलेटर पर रख दिया. आज जानुज स्वित्ज ने दुनिया में सबसे लंबे समय तक वेंटिलेटर के सहारे जिंदा रहने का वर्ल्ड रिकॉर्ड बना लिया है.
क्या हुआ था जानुज स्वित्ज के साथ
गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड के मुताबिक, 1993 में जानुज एक सड़क दुर्घटना का शिकार हो गए थे. इस दुर्घटना में उनकी रीढ़ की हड्डी टूट गई थी. इसके बाद लगभग 6 साल तक वह अस्पतालों के चक्कर लगाते रहे. बाद में उन्हें वेंटिलेटर पर शिफ्ट कर दिया गया. जानुज बताते हैं कि वह अपनी इस हालत से इतने ज्यादा परेशान हो गए थे कि वो डिप्रेशन में चले गए थे. इसके बाद उन्होंने अपना इलाज भी बंद करा दिया.
इलाज बंद कराने की वजह से उनकी स्थिति और बिगड़ गई. हालांकि, बाद में जब कई एनजीओ उनकी मदद के लिए आगे आए तो उनका इलाज फिर से शुरू हुआ. आज वह व्हील चेयर पर हैं, लेकिन जिंदा हैं. जानुज बताते हैं कि व्हील चेयर पर जिंदगी मुश्किल तो है, लेकिन वह एक सामान्य इंसान की तरह अब अपना जीवन बिता रहे हैं. जानुज को यात्रा करना बहुत पसंद है, इसलिए वह अब व्हील चेयर के सहारे यात्रा करते हैं.
ये भी पढ़ें: जब अपने ही हिंदुस्तान में हर किसी के पास नहीं था वोट देने का अधिकार, हैरान कर देगा आपको यह किस्सा