Joe Biden in India: अमेरिकी राष्ट्रपति के साथ हमेशा रहता है न्यूक्लियर मिसाइल लॉन्च करने वाला ब्रीफकेस, जानिए कारण
Joe Biden in India: जो बाइडेन भारत पहुंच चुके हैं. उनकी सुरक्षा के लिए तैयारी पुरी हो चुकी है. आइए समझते हैं कि प्रेसीडेंट के साथ न्यूक्लियर मिसाइल लॉन्च करने वाला ब्रीफकेस क्यों होता है?
Joe Biden in India: अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन दिल्ली में जी20 नेताओं के शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेने के लिए भारत आ चुके हैं. राष्ट्रीय राजधानी की अपनी यात्रा के दौरान, बाइडेन अमेरिकी राष्ट्रपति कैडिलैक 'द बीस्ट' में यात्रा करेंगे, जिसे बोइंग सी -17 ग्लोबमास्टर III में अमेरिका से भारत लाया जाएगा. अमेरिकी राष्ट्रपति शुक्रवार शाम करीब सात बजे भारत पहुंचेंगे. आगमन पर वह सीधे प्रधानमंत्री मोदी के साथ द्विपक्षीय बैठक के लिए रवाना होंगे. अगला दो दिन दिल्ली में काफी हलचल भरा रहने वाला है. जो बाइडेन की सुरक्षा में कोई चूक ना हो इसके लिए तैयारी को आखिरी रूप दे दिया गया है. क्या आपको पता है कि प्रेसीडेंट की सुरक्षा में लगे एजेंट्स हाथ में जो ब्लैक कलर का ब्रीफकेस लेकर चलते हैं, उसमें क्या होता है? उसे क्यों न्यूक्लियर मिसाइल लॉन्च करने वाला ब्रीफकेस कहा जाता है?
बाइडेन के साथ हमेशा रहता है न्यूक्लियर मिसाइल लॉन्चर
अमेरिका के 4 राष्ट्रपतियों की अब तक हत्या हो चुकी है. यूएस दुनिया के सबसे शक्तिशाली देश के तौर पर गिना जाता है. अब ऐसे में उस देश के चीफ पर कोई हमला ना हो इसके लिए वह सतर्कता रखने की कोशिश करता है. यही वजह है कि सीक्रेट सर्विस के एजेंट्स को 1901 में प्रेसीडेंट की सुरक्षा की जिम्मेदारी दी गई थी. यह एजेंट्स एडवांस टेक्नोलॉजी के साथ खास तरीके से ट्रेंड किए गए होते हैं. उनके पास एक ब्लैक कलर का ब्रीफकेस होता है. जो वे हमेशा प्रेसीडेंट के विदेश दौरे पर साथ लेकर चलते हैं. उसमें न्यूक्लियर मिसाइल लॉन्च करने का एक्सेस होता है. यह इसलिए राष्ट्रपति के साथ रहता है, क्योंकि अगर कभी ऐसी स्थिति सामने आ जाती है कि दुनिया के किसी कोने पर परमाणु हमला करने की जरूरत पड़ गई और प्रेसीडेंट किसी देश की यात्रा पर हो तो वह वहीं से परमाणु हमले का आदेश दे सकते हैं.
तीन लेयर वाली सुरक्षा
जो बाइडेन के दिल्ली दौरे के लिए तीन स्तरीय सुरक्षा की व्यवस्था की गई है. सबसे बाहरी परत में अर्धसैनिक बल के जवान होंगे, दूसरी परत में भारत के विशेष सुरक्षा समूह के कमांडो होंगे और सबसे भीतरी घेरे में सीक्रेट सर्विस एजेंट होंगे. बाइडेन और अन्य अमेरिकी प्रतिनिधि आईटीसी मौर्या शेरेटन होटल में रुकेंगे. कर्मचारियों की जांच की जाएगी, और जो लोग 14वीं मंजिल पर जाएंगे, जहां जो बाइडेन रहेंगे उन्हें विशेष एक्सेस कार्ड दिए जाएंगे. मंजिल तक पहुंचने के लिए विशेष लिफ्ट लगाई जाएगी. इस होटल के करीब 400 कमरे बाइडेन के लिए बुक हो चुके हैं.