आज 26 जुलाई के दिन पूरा देश कारगिल विजय दिवस का 25 वां वर्षगांठ मना रहा है. कारगिल विजय दिवस हर साल 26 जुलाई को कारगिल युद्ध में लड़ने वाले सैनिकों के सम्मान में मनाया जाता है. लेकिन आज हम आपको भारतीय सेना की बहादुरी के साथ एक ऐसा किस्सा बताएंगे, जिसको पढ़कर आपको गर्व और हंसी दोनों आएगी. जानिए आखिर कब और क्यों भारतीय सेना ने अभिनेत्री रवीना टंडन के नाम का बम पाकिस्तान में गिराया था. 


रवीना टंडन बम


आज 26 जुलाई को भारत कारगिल विजय दिवस मना रहा है. आज के दिन हम उन तमाम जवानों की शहादत और बलदानी को याद करते हैं, जिनके कारण कारगिल आज भारत का अभिन्न अंग है और जिन्होंने पाकिस्तानियों को मुहंतोड़ जवाब दिया था. लेकिन इस लड़ाई में एक कनेक्शन बॉलीवुड अभिनेत्री रवीना टंडन का भी है. आज हम आपको वो मेजदार किस्सा बताएंगे, जब युद्ध के दौरान भारतीय सेना ने पाकिस्तान के प्रधानमंत्री को जबाव देते हुए रवीना टंडन के नाम पर एक बम गिराया था. 


कारगिल युद्ध में क्यों आया रवीना टंडन का नाम


अब सवाल ये है कि आखिर कारगिल युद्ध के समय रवीना टंडन का नाम सामने क्यों आया था. बता दें कि पूरा किस्सा पाकिस्तान के तत्कालीन प्रधानमंत्री नवाज शरीफ से जुड़ा हुआ है. उस वक्त भारतीय सेना के जवानों ने पाकिस्तानी घुसपैठियों को मुंहतोड़ जवाब दिया था, लेकिन इस दौरान नवाज शरीफ का नाम सामने आया था. दरअसल पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ  ने एक इंटरव्यू में खुलासा किया था कि रवीना टंडन उनकी फेवरेट एक्ट्रेस हैं. इसके बाद 1999 कारगिल युद्ध के समय जब भारत और पाकिस्तान आमने-सामने था, तब पाकिस्तानी सैनिकों ने मजाक में भारतीय सैनिकों के शवों के बदले अभिनेत्री रवीना और माधुरी दीक्षित को पाकिस्तान भेजने की मांग की थी.


भारतीय सेना ने दिया जवाब


कारगिल युद्ध के समय पाकिस्तानी सैनिकों के डिमांड के बदले भारतीय वायुसेना ने ऐसा जवाब दिया था, जिसे पाकिस्तान कभी नहीं भूल सकता है. दरअसल कारगिल युद्ध के दौरान भारतीय वायुसेना ने पाकिस्तान में एक बम गिराया था, जिस पर लिखा था, “रवीना टंडन की तरफ से नवाज शरीफ के लिए”. इतना ही नहीं मिसाइल पर उनके नाम के साथ एक दिल और एक तीर भी बनाया गया था. इस घटना की चर्चा उन दिनों भारत और पाकिस्तान ही नहीं, बल्कि दुनियाभर में हुई थी. इस घटना के साथ ही साथ बम की फोटो भी हर अखबार में छपी थी, जिस बम पर लिखा था “रवीना टंडन की तरफ से नवाज शरीफ के लिए”. 


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