भारत में कई नक्शे में देखें तो आपको हर कोने में नदियां दिखाई देंगी. यहां तक कि भारत की नदियों को पूजा भी जाता है. कई नदियां तो ऐसी हैं, जो भारत से निकलती हैं और दूसरे देशों में चली जाती है. इनमें कुछ नदियां ऐसी भी हैं, जो भारत से निकलती हैं और पाकिस्तान में उनका पानी जाता है. तो आझ हम आपको बताते हैं कि भारत से कौन-कौन सी नदियां पाकिस्तान में जाती हैं.


बता दें कि इनमें से कुछ नदियों को लेकर तो भारत-पाकिस्तान के विवाद भी चल रहा है और बांध बनाने को लेकर पाकिस्तान की तरह से आपत्ति भी जताई जा रही है.  इस लिस्ट में कई नदियां का नाम है, जो इस प्रकार है.  


सिंधु नदी


यह एशिया की सबसे लंबी नदियों में से एक है. इसके उद्गम स्थल को तिब्बत के मानसरोवर के पास में स्थित सिन-का-बाब नाम के एक जलधारा को माना जाता है. जिसकी लंबाई 3610 किलोमीटर है. यह भारत के कश्मीर से होते हुए पाकिस्तान जाती है और पाकिस्तान के बाद अरब सागर में मिलती है.


झेलम नदी 


झेलम नदी भारत के जम्मू कश्मीर के अंनतनाग जिले से निकलती है. पुराने समय में इसका नाम वितस्ता नदी था. झेलम नदी की कुल लंबाई 725 किलोमीटर है. जो भारत के कश्मीर के अलग अलग जगह से गुजरते हुए पाकिस्तान में जाकर चिनाब नदी में मिल जाती है.


चिनाब


चिनाब नदी भारत के हिमाचल प्रदेश के लाचा दर्रे से निकलती है. इस नदी में पानी का मुख्य स्त्रोत बर्फ का पिघलना माना जाता है. यह नदी जम्मू से होते हुए पाकिस्तान के पंजाब क्षेत्र में पहुंचती है. पाकिस्तान के पंजाब में रावी और झेलम नदी चिनाब में मिलती है. चिनाब नदी की कुल लंबाई 960 किलोमीटर है. 


रावी


रावी नदी का उद्गम स्थल हिमाचल प्रदेश के कांगडा जिले में रोहतांग दर्रे को माना जाता है. रावी नदी निकल कर हिमाचल प्रदेश, जम्‍मू कश्‍मीर तथा पंजाब होते हुए पाकिस्तान जाती है. बाद में यह नदी चिनाब नदी में मिल जाती हैं. रावी नदी की लंबाई 720 किलोमीटर है. इस नदी के पानी को लेकर भारत पाकिस्तान में विवाद है. रावी नदी पर बांध बनाने की बात से पाकिस्तान आपत्ति जता रहा है. 


पाकिस्तान का कहना है कि बांध बनने से पाकिस्तान में जाने वाला पानी रुक जाएगा, इसी को लेकर पाकिस्तान आपत्ति जता रहा है. 1960 में सिंधु जल संधि हुई थी. जिसमें 80 प्रतिशत पानी पाकिस्तान उपयोग करता है और करीब 20 प्रतिशत पानी का ही उपयोग भारत कर पाता था.


सतलज नदी


सतलज नदी एक ऐसी नदी है जो पंजाब से बहती है. इस नदी का उद्गम स्थल मानसरोवर के निकट राक्षस ताल के हिमनद को माना जाता है. इस नदी की लंबाई  4575 किलोमीटर है. यह नदी चीन, भारत और पाकिस्तान में बहती है. प्राचीन काल में इस नदी को शुतुद्रि नाम से जाना जाता था.


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