शराब के नुकसान के बारे में पता होने के बाद भी लोग शराब की बोतल पर बोतल खत्म करते रहते हैं. ये तो हर कोई जानता है कि ये हेल्थ के लिए नुकसानदायक है, लेकिन क्या आप जानते हैं कि आखिर ये हेल्थ पर किस तरह असर डालती है और सबसे पहले शरीर के किस हिस्से को खराब कर देती है. तो आज हम आपको स्टेप बाई स्टेप बताते हैं कि आखिर शरीर में जाने के बाद शराब किस तरह से बॉडी को खराब कर देती है. तो जानिए शराब के नुकसान का पूरा प्रोसेस...
लिवर पर कैसे होता है असर?
लिवर एक्सपर्ट के अनुसार, लिवर शरीर का इंटर्गल बॉडी पार्ट है और शराब के सीन में इसका काम इसके विषाक्त पदार्थों को तोड़ना है. जब भी शराब शरीर में जाती है तो सबसे पहले लिवर से ही इसका सामना होता है और इस वजह से शराब का सबसे ज्यादा असर लिवर पर पड़ता है. वैसे लिवर के बाद शराब दिमाग और हार्ट पर भी असर डालती है और इससे कई हिस्से खराब हो जाते हैं.
अगर लिवर की बात करें तो सबसे पहले शराब लिवर को फैटी बनाती है यानी लिवर में सूजन आ जाती है. लेकिन, खास बात ये है कि लिवर अपने आप को ही ठीक कर लेता है, लेकिन अगर इस ठीक होने का वक्त नहीं मिलता है तो इससे लिवर के घाव बढ़ते जाते हैं और लिवर में छोटे-छोटे आइलैंड की तरह के जाल मल जाते हैं, जिसे सिरोसिस कहते हैं. इसके बाद भी लिवर को आराम ना मिले और दवाई ना लगे तो ये ज्यादा खराब हो जाता है और इससे नींद आदि पर असर होता है और पीलिया जैसी दिक्कत हो जाती है. ये आगे काफी गंभीर और घातक भी हो सकता है.
बता दें कि पहले फैटी लिवर की स्थिति में अगर कोई शराब छोड़ दे तो दो से तीन वीक में लिवर ठीक हो जाता है. अगर ज्यादा दिक्कत होती है तो सात दिन में लिवर की चर्बी, सूजन और घाव भी ठीक हो जाते हैं. लेकिन, अगर लिवर ज्यादा खराब है तो स्थिति अलग हो सकती है. ज्यादा खराब लिवर किसी की मौत का कारण भी बन सकता है.
कितनी शराब पीने वालों के लिए मुश्किल?
एक्सपर्ट्स के अनुसार, जो लोग नियमित रूप से हर वीक 14 यूनिट शराब की अनुशंसित सीमा (करीब छह पाइंट बियर/ 4 प्रतिशत एबीवी या करीब 175 मिली लीटर वाइन वाले 6 ग्लास) से ज्यादा शराब पीने से मुश्किल हो सकती है. ऐसे में अगर आप इस लिमिट से ज्यादा शराब पीते हैं तो आपकी हेल्थ के लिए ये काफी नुकसानदायक है.
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