अकबर के बारे में कहा जाता है कि वह मुगलों में सबसे महान शासक था. अगर दक्षिण भारत में दक्कन को छोड़ दिया जाए तो अकबर ने लगभग पूरे भारत पर विजय प्राप्त कर ली थी. हालांकि, बादशाह अकबर की मौत की बात करें तो ये किसी युद्ध में नहीं बल्कि एक बीमारी के कारण हुई थी. हिस्ट्री टुडे की रिपोर्ट के मुताबिक, मुगल बादशाह अकबर की मौत 25 अक्टूबर 1605 में हुई थी. 


कैसे हुई थी अकबर की मौत


मुगल साम्राज्य के तीसरे बादशाह अकबर की मौत पेचिस के कारण हुई थी. कहा जाता है कि अकबर बादशाह इस बीमारी के शिकार हो गए थे और उनकी इस बीमारी का इलाज नहीं हो पाया. सबसे बड़ी बात कि 3 अक्टूबर को वो इस बीमारी से ग्रसित हुए और 25 अक्टूबर को उनकी मौत हो गई.


कहां है अकबर का मकबरा


अकबर का मकबरा उत्तर प्रदेश के सिकंदरा में है. कहा जाता है कि अकबर ने मरने से पहले ही अपने लिए मकबरे का निर्माण कराना शुरू कर दिया था. हालांकि, अकबर की मृत्यु तक ये मकबरा अधूरा था, इसे बाद में उसके बेटे जहांगीर ने पूरा कराया. अकबर का ये मकबरा 1613 में बन कर पूरी तरह से तैयार हो गया था.


अकबर के मकबरे की बात करें तो ये आगरा मथुरा राष्ट्रीय राज मार्ग पर स्थित है. यह मकबरा लोदी स्थापत्य कला पर आधारित है. इसे पांच मंजिला इमारत की तरह बनाया गया है. इसी इमारत में सबसे निचले हिस्से में अकबर की कब्र है. इस पूरे मकबरे के बनाने के लिए संगमरमर के पत्थरों का इस्तेमाल किया गया है. इसके चारों तरफ नौ-नौ मेहराबों के दालान और बागीचे हैं. आपको बता दें जब ये मकबरा बना था तो यमुना नदी इससे सट कर बह रही थीं, लेकिन अब वह इससे लगभग एक किलोमीटर दूर हो गई हैं.


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