आपने अक्सर लोगों को रेशम की साड़ी और रेशम के कपड़े पहने देखा होगा. ज्यादातर रेशम के कपड़े वही लोग पहनते हैं जो आर्थिक रूप से काफी मजबूत होते हैं. जाहिर सी बात है, ऐसा इसलिए है क्योंकि इसकी कीमत ज्यादा होती है. लेकिन आखिर रेशम की कीमत इतनी ज्यादा क्यों होती है? इसका भी आसान सा जवाब है... क्योंकि इसे हासिल करने में बेहद जटिल प्रक्रिया से गुजरना पड़ता है. अब ऐसा ही एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है जिसमें आप देख सकते हैं कि कैसे स्टेप बाय स्टेप रेशम के कीड़ों से रेशम तैयार किया जाता है. तो चलिए आपको बताते हैं कि आखिरकार रेशम के कीड़ों से रेशमी साड़ी तक का सफर कैसा होता.
कैसे बनाया जाता है रेशम
सोशल मीडिया पर जो वीडियो वायरल हो रहा है उसमें आप देख सकते हैं कि कैसे रेशम के छोटे-छोटे लारवा से पूरा रेशम तैयार किया जाता है. स्टेप बाय स्टेप इसे समझने की कोशिश करें तो सबसे पहले लारवा को एक गोल आकार के बांस के बने तश्तरीनुमा ढांचों में डाल दिया जाता है. इस ढांचे में पहले से ढेर सारी हरी पत्तियां बिछी होती हैं, जिन्हें ये लारवा तेजी से खाकर बड़े होते हैं. जब ये लारवा बड़े हो जाते हैं तो इन्हें यहां से निकालकर एक जालीनुमा ढांचे में रख दिया जाता है और यहीं ये कीड़े बाद में अपने मुंह से एक लिक्विड निकालते हैं जो एक प्रकार का प्रोटीन होता है, लेकिन हवा के संपर्क में आते ही यह एक जालीनुमा ठोस पदार्थ में बदल जाता है.
फिर इस ठोस पदार्थ को यहां से निकाल कर इकट्ठा कर लेते हैं. यह देखने में पीले रंग का होता है. यह एक कैप्सूल की तरह दिखाई देता है, जिसे यहां से निकाल कर गरम या उबलते हुए पानी में डाल दिया जाता है. गरम पानी में जाते ही रेशम के कीड़े मर जाते हैं, जिसके बाद एक मशीन के सहारे इस रेशम के कैप्सूल को धागों में बदल दिया जाता है. इन धागों को एक चरखे नुमा मशीन में लपेटा जाता है और फिर उन्हें वहां से निकाल कर सुखा लिया जाता है. इस पूरी प्रक्रिया को करने में काफी समय और मेहनत जाया होता है, यही वजह है कि रेशम की बाजार में कीमत इतनी ज्यादा है.
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