सोना सिर्फ लग्जरी आइटम होने की वजह से ही इतना महंगा नहीं होता है, बल्कि सोना एक ऐसा मैटेरियल है, जो अपने आप में काफी खास है. सोने की अपनी इतनी खूबियां है कि वो दूसरी धातुओं से अलग और खास बन जाता है. जैसे लोहा अगर लंबे समय तक पानी के संपर्क में रहे या पानी में डूबा रहे तो खराब हो जाता है, गल जाता है या फिर उसमें जंग लग जाती है. लेकिन, कभी आपने सोचा है कि आखिर सोने के साथ ऐसा होता है या नहीं. 


तो आज जानते हैं कि आखिर सोने को लंबे समय तक पानी के संपर्क में रखा जाए तो क्या होगा. साथ ही जानते हैं कि आखिर सोने में ऐसा क्या होता है कि जिस वजह से उस पर कम असर होता है और वो खराब नहीं होता है.


पानी में रख दें सोना तो क्या होगा?


सोने की खास बात ये है कि सोने पर हवा, पानी का कोई असर नहीं होता है. लेकिन, हाइड्रोक्लोरिक एसिड और नाइट्रिक एसिड से फिर भी सोने पर असर पड़ता है. सोने पर काफी कम एसिड का ही असर होता है और ये ही खास बात इसे खास बनाती है. इसके अलावा पानी ना तो सोने की चमक कमजोर ज्यादा कम होती है और ना ही पिघलता या घुलता है. इसलिए सोने को आसानी से पानी में भी इस्तेमाल किया जा सकता है. अगर सोने में चांदी की मात्रा ज्यादा होती है तो चांदी खराब हो जाती है और सोने को कम चमकदार बना देती है, सोने पर कुछ असर नहीं होगा. 


क्यों खास है सोना?


सोना काफी सॉफ्ट होता है. सोना इतना हल्का और पतला है कि इससे करीब ट्रांसपेरेंट परत में बदला जा सकता है और तार के रुप में भी बनाया जा सकता है. अगर उदाहरण से समझें तो अगर 28 ग्राम को सोने को पीटा जाए तो वो 300 वर्गफुट तक बढ़ सकता है और इसकी काफी पतली लेयर बनाई जा सकती है. सोना हीट और इलेक्ट्रिसिटी का अच्छा कंडक्टर है. इसे कभी भी किसी भी शेप में डाला जा सकता है और बिजली के ज्यादा चलने वाले कनेक्टर्स भी इससे बनाए जाते हैं.  


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