इस समय भारत में तेजी से हिंदी भाषा का प्रचलन बढ़ रहा है. मेडिकल से लेकर इंजिनियरिंग तक की पढ़ाई अब हिंदी में कराई जा रही हैं. लेकिन क्या आप जानते हैं कि हम और आप हर रोज कई ऐसे शब्द का इस्तेमाल करते हैं, जिनका हिंदी से दूर-दूर तक कोई नाता नहीं है. हालांकि, ये शब्द पहले से हमारे यहां नहीं थे, ये कहीं और से हिंदुस्तान में आए और फिर हिंदी के कुछ शब्दों को धीरे-धीरे खा गए. आज हम आपको ऐसे ही 10 शब्दों के बारे में बताएंगे जिन्हें हम हर रोज हिंदा का समझ के इस्तेमाल तो करते हैं, लेकिन वह असलियत में हिंदी के शब्द नहीं हैं.


अनार को हिंदी में क्या कहते हैं


अनार जो सेहत के लिए बेहद फायदेमंद है. कहते हैं अगर हर रोज इसका सेवन किया जाए तो आप कई गंभीर रोगों से दूर रहेंगे. यहां तक की इस पर कई तरह की कहावतें भी बनीं हैं. एक अनार सौ बीमार किसने नहीं सुना होगा. सुर्ख लाल रंग का यह फल, जिसे हम हिंदी समझ कर अनार बोलते फिरते हैं, वह हिंदी नहीं है. अनार फल को हिंदी में दाड़िम कहा जाता है. लेकिन आज अनार बेचने वाले को भी नहीं पता होगा कि आखिर अनार को हिंदी में कहते क्या हैं.


नमक को हिंदी में क्या कहते हैं


नमक खाने में स्वाद ला देता है. अगर किसी खाने में यह सफेद नमक कम हो जाए तो उसका स्वाद बेहद फीका पड़ जाता है. समुद्र से निकलने वाले इस नमक को हिंदी में लवण कहा जाता है. जबकि, इसे फारसी में नमक शब्द मिला. जब मुगल काल में देश में फारसी भाषा का चलन बढ़ा तब जा कर कहीं भारतीयों नें लवण की जगह नमक बोलना शुरू किया. आज बेहद कम लोग ही बचे हैं, जिन्हें पता होगा कि नमक को हिंदी में लवण कहते हैं.


आदमी को हिंदी में क्या कहते हैं


आदमी शब्द का इस्तेमाल हर रोज़ हम करते हैं. कई बार आप बोलते हैं कि ये 'आदमी' अच्छा है ये 'आदमी' खराब है, लेकिन क्या आप जानते हैं कि आदमी शब्द हिंदी का शब्द नहीं है, बल्कि यह एक फारसी शब्द है. हिंदी में इस शब्द का अर्थ मानव होता है. हालांकि, अब कितने लोग हैं जो मानव शब्द का इस्तेमाल करते हैं. 


सिगरेट को हिंदी में क्या कहते हैं


लाखों-करोड़ों सिगरेट भारत में हर रोज बिकते हैं. खरीदने वाले भी इसे हिंदी में सिगरेट कह कर ही खरीदते हैं. लेकिन यह हिंदी का शब्द नहीं है, यह अंग्रेजी का शब्द है. हिंदी में इसे धूम्रपान शलाका कहते हैं. हालांकि, सिगरेट पीना सेहत के लिए हानिकारक होता है.


चश्मा को हिंदी में क्या कहते हैं


चश्मा यह एक ऐसा शब्द है जिसे आप हर रोज सुनते हैं. आपके घर में कई लोग चश्मा पहनते होंगे, कोई धूप का चश्मा पहनता है, तो कोई नज़र का. हिंदी बोलने वाले भी हर बार चश्मा शब्द का ही प्रयोग करते हैं. हालांकि, हिंदी में इसे चक्षु यंत्र कहा जाता है. चश्मा शब्द फारसी का शब्द है, लेकिन आज भारत में इस शब्द को खूब इस्तेमाल किया जाता है.


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