लाल रंग के सिलेंडर में तो LPG होती है... फिर नीले, काले और सफेद रंग वाले में कौन-सी गैस होती है?
Cylinder: आमतौर पर आपने किचन मे लाल रंग का सिलेंडर ही देखा होगा है. लेकिन इसके अलावा भी कई सिलेंडर आते हैं. आइए सिलेंडर के रंगों के हिसाब से समझते हैं कि किसमें कौन-सी गैस भरी होती है.
Cylinder Colors: घर के किचन मे इस्तेमाल होने वाला लाल रंग का सिलेंडर तो सभी ने देखा है. हर व्यक्ति को मालूम है कि लाल रंग के सिलेंडर मे एलपीजी गैस यानी लिक्वेफाइड पेट्रोलियम गैस भरी होती है. लेकिन किचन सिलेंडर के अलावा भी कई और रंगों सिलेंडर भी होते हैं? लाल रंग के सिलेंडर के अलावा नीला, काला और सफेद सिलेंडर भी होता है. अब सवाल यह बनता है कि आखिर अलग-अलग रंग वाले सिलेंडरों मे कौन-सी गैसे भरी होती हैं? सवाल यह भी उठता है कि इन सिलेंडरों को इतने सारे रंगों मे क्यों बांटा गया है? इन्हें एक रंग के सिलेंडर मे भी तो भरा जा सकता था...! आइए जानते हैं इन दिलचस्प सवालों के जवाब.
सिलेंडर के अलग-अलग रंग होने का कारण
दरअसल, LPG से अलग भी दुनियाभर में कई प्रकार की गैस यूज की जाती हैं. लाल रंग का सिलेंडर, जिसमें एलपीजी गैस भरी होती है, सिर्फ किचन मे खाना बनाने के काम आती है. लेकिन इसके साथ ही बहुत-सी गैस ऐसी हैं जो हमारे जीवन को आसान बनाने में अहम भूमिका निभाती है. एलपीजी के बहुत पहले से ही ऑक्सीजन, कार्बन डाइऑक्साइड, नाइट्रोजन और गुब्बारे मे भरी जाने वाली हीलियम गैस सिलेंडर में भरी जाती है. इन गैस को सिलेंडर में भरना तो काफी आसान होता है लेकिन मुश्किल तब खड़ी होती है जब भरे हुए सिलेंडरों को मिक्स कर दिए जाए. तब कोई भी व्यक्ति पहचान नहीं पाएगा कि किस सिलेंडर में कौन-सी गैस भरी हुई है. यही कारण है कि हर तरह की गैस के सिलेंडर को एक अलग रंग दिया गया, ताकि उस रंग से गैस की पहचान हो सके.
किस रंग के सिलेंडर में कौन-सी गैस?
आमतौर पर हम सभी जानते हैं कि लाल रंग के सिलेंडर मे एलपीजी यानी लिक्वेफाइड पेट्रोलियम गैस भरी होती है जिसका इस्तेमाल हम अपने किचन में खाना पकाने के लिए करते हैं. अब बात करते हैं सफेद रंग के सिलेंडर की, तो आपको बताना चाहेंगे कि सफेद रंग के सिलेंडर में ऑक्सीजन गैस भरी होती है. ऑक्सीजन गैस के सिलेंडर हॉस्पिटल मे आमतौर पर देखने को मिलते हैं.
काले रंग के सिलेंडर में नाइट्रोजन गैस भरी होती है जिसका इस्तेमाल आइसक्रीम बनाने और टायरो मे भरने के लिए किया जाता है. अब बात करते हैं भूरे रंग के सिलेंडर की, इसमे हीलियम गैस भरी होती है जिसे उड़ने वाले गुब्बारों मे भरा जाता है. नीले रंग के सिलेंडर में नाइट्रस ऑक्साइड गैस भरी जाती है, जिसे 'लाफिंग गैस' के नाम से भी जाना जाता है. ग्रे कलर के सिलेंडर में कार्बन डाइऑक्साइड होती है जिसे व्यावसायिक उपयोग लाया जाता है.
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