आपके रोजमर्रा के सामान में शैंपू भी काफी अहम है. हर एक घर में हर महीने शैंपू का काफी इस्तेमाल होता है. कई लोग हर रोज काम आने वाले शैंपू को शैशे यानी पाउच के रुप में खरीदना पसंद करते हैं तो कई लोग इसकी बोतल लाना पसंद करते हैं. शैशे या बोतल खरीदने को लेकर लोगों के अलग अलग तर्क भी होते हैं और इसकी वजह से लोग अलग अलग शैंपू खरीदते हैं. कई लोगों का पैसे बचाना भी इसके पीछे का तर्क होता है. कई लोगों का मानना होता है कि पाउच खरीदना सस्ता पड़ता है, जबकि कुछ लोग बोतल को किफायती मानते हैं.
तो आज हम जानने की कोशिश करते हैं कि आखिर पाउच या बोतल किसमें शैंपू ज्यादा आता है और क्या सस्ता पड़ता है. इसके बाद आप भी अपने हिसाब से फैसला ले सकेंगे कि आखिर किस तरह से शैंपू खरीदना चाहिए.
किन-किन बातों पर होती है चर्चा?
अक्सर पाउच और बोतल को लेकर इस बात पर डिबेट होती है कि दोनों में से किसमें शैंपू ज्यादा आता है. इसके अलावा कई लोग पाउच के ट्रांसपोर्ट, रखने आदि की वजह से उसे पसंद करते हैं जबकि कुछ लोग वॉशरूम में एक सिस्टम रखने और कचरा ना फैलने के डर से बोतल खरीदते हैं. वहीं, कई लोगों को मानना है कि बोतल में ज्यादा वेस्ट होता है और बोतल में शैंपू की क्वलिटी अच्छी होने की भी बात की जाती है. इस वजह से कई लोग बोतल को पसंद करते है.
किसमें ज्यादा आता है शैंपू?
यू-ट्यूब पर कई ऐसे वीडियो हैं, जिसमें इस बात का रियलिटी टेस्ट किया गया है. कई रियलिटी चेक में यू-ट्यूबर्स ने जितने रुपये की शैंपू की बोतल आती है, उतने रुपये के पाउच के जरिए इसकी हकीकत जानी है. एक वीडियो में यूट्यूबर करीब 500 रुपये की शैंपू की बोतल खरीदता है और उतने ही रुपये के उसी शैंपू के पाउच खरीदता है. जब दोनों शैंपू का वजन किया जाता है तो चौंकाने वाले आंकड़े सामने आए. दरअसल, इस चेक में पता चला कि जितने रुपये बोतल से करीब 600 ग्राम शैंपू निकला, उतने पैसे में पाउच से 1 लीटर से ज्यादा शैंपू निकला.
इससे साफ होता है कि अगर आप पाउच में शैंपू खरीदते हैं तो शैंपू ज्यादा होता है और इससे काफी फायदा होता है. पाउच के जरिए आप कम पैसे में बोतल से ज्यादा शैंपू खरीद सकते हैं. आप भी कई वीडियो में देख सकते हैं कि किस तरह पाउच फायदे का सौदा होता है.
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