आजकल छोटी-छोटी दुकानों से लेकर आपके सरकारी कागजों तक एक चीज कॉमन हो गई है और वो है क्यूआर कोड. क्यूआर कोड स्कैन करके पेमेंट किया जा रहा है और इसके जरिए ही एक स्कैन से सारी जानकारी पता की जा सकती है. आपने देखा होगा कि अब तो पैन कार्ड और आधार कार्ड पर एक क्यूआर कोड बना होता है और ये सभी के डॉक्यूमेंट्स में अलग अलग होता है. कभी आपने सोचा है कि आखिर पैन कार्ड और आधार कार्ड पर छपे क्यूआर कोड में क्या खास होता है और जब इसे स्कैन किया जाता है तो किस तरह की जानकारी पता लग जाती है. 


तो आज हम आपको बताते हैं कि पैन कार्ड और आधार कार्ड के क्यूआर कोड का क्या मतलब है और इसे स्कैन करने पर क्या पता किया जा सकता है. साथ ही ये भी बताएंगे कि आप भी किस तरह से क्यूआर कोड को स्कैन कर जानकारी हासिल कर सकते हैं...


पैन कार्ड पर छपा क्यूआर कोड


आपकी कमाई से जुड़े सबसे अहम दस्तावेज पैन कार्ड पर भी क्यूआर कार्ड छपा होता है. जब भी पैन कार्ड के क्यूआर कोड को स्कैन किया जाता है तो इससे आपको पैन कार्ड धारक की कई जानकारी मिल जाता है. इस जानकारी में के पैन कार्ड होल्डर की फोटो और साइन अहम है. इसके साथ ही स्कैन करने पर पैन, नाम, पिता का नाम, मां का नाम, डेट ऑफ बर्थ आदि के बारे में पता चल जाता है. अगर कोई पैन कार्ड कंपनी के नाम पर है तो कंपनी की कुछ जानकारी इस क्यूआर कोड के जरिए पता की जा सकती है. 


आधार कार्ड पर लगा क्यूआर कोड  


अब जानते हैं कि आधार कार्ड के क्यूआर कोड में क्या छुपा होता है. क्यूआर कोड में आधार नंबर, नाम, पता, लिंग, जन्म तिथि, आधार कार्ड होल्डर की फोटो आदि होती है और इसे स्कैन करके जानकारी हासिल की जा सकती है. इसके जरिए ईमेल आईडी और मोबाइल नंबर की जानकारी भी सामने आ सकती है. 


कैसे कर सकते हैं स्कैन?


बता दें कि क्यूआर कोड स्कैन करने के लिए कई तरह के मोबाइल एप्लीकेशन में मौजूद हैं और इसके अलावा आप अपने फोन के क्यूआर कोड स्कैनर के जरिए भी इन्हें स्कैन कर सकते हैं. इन्हें स्कैन करने के बाद आपकी स्क्रीन पर कार्ड होल्डर की जानकारी सामने आ जाएगी. 


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